कोरोना महामारी का केंद्र बना यूरोप, बढ़ते मामलों पर WHO ने चेताया

यूरोप में एक बार फिर कोरोना महामारी का एपिसेंटर बन गया है। डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि यूरोपीय देशों में पिछले सप्ताह कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार किसी हफ्ते में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।

Update: 2021-11-14 02:18 GMT

यूरोप में एक बार फिर कोरोना महामारी का एपिसेंटर बन गया है। डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि यूरोपीय देशों में पिछले सप्ताह कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार किसी हफ्ते में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान लगभग 20 लाख मामले सामने आए और लगभग 27 हजार लोगों की मौत भी हुई। चीन और अमेरिका में भी कोरोना के मामले दोबारा बढ़ रहे हैं।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रॉस घेब्रेयेसस ने कहा है कि यूरोप में हाल ही में कोरोना वायरस से 27 हजार लोगों की मौत होना बड़ा मामला है। यह पिछले सप्ताह दुनिया में सभी कोविड-19 से हुई आधी से अधिक मौतें हैं।
उन्होंने कहा, कोविड-19 मामले न केवल पूर्वी यूरोप में कम टीकाकरण दर वाले देशों में बढ़ रहे हैं, बल्कि पश्चिमी यूरोप में दुनिया के कुछ उच्चतम टीकाकरण दर वाले देशों में भी बढ़ रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, 1 से 7 नवंबर में यूरोपीय क्षेत्र ने 19,49,419 नए मामले दर्ज किए, जिसमें नए सप्ताह 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उधर, चीन में भी महामारी का प्रसार जारी है। यहां 21 प्रांतों में संक्रमण फैल गया है। रूस और कनाडा में भी हालात बेहद खराब हैं। अमेरिका में पिछले एक सप्ताह में 2,000 के करीब मौतें कोरोना से हुई हैं।
यूरोप में जो हो रहा है वह 'दुनिया के लिए एक चेतावनी'
डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने कहा कि यूरोप में मामलों में वृद्धि का एक बड़ा कारण यहां का तापमान गिरना भी है। रयान ने कहा, टीकों की उपलब्धता के बावजूद यूरोप में जो हो रहा है वह 'दुनिया के लिए एक चेतावनी' है।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हर देश को अब अपनी महामारी विज्ञान को देखने की जरूरत है, अपने स्वास्थ्य कर्मचारियों या अपनी स्वास्थ्य प्रणाली की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह अगले कुछ महीनों में बिना सिस्टम के फिर से खराब हो जाए।'
हॉलैंड में लॉकडाउन लगाते ही झड़पें शुरू
यूरोपीय देशों में बढ़ रहे कोरोना मामलों के तहत हॉलैंड में दोबारा लॉकडाउन लगाते ही देश में झड़पें शुरू हो गईं। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की तोपों से तेज बौछारें भी कीं। यहां दुकानों और रेस्तरां को जल्दी बंद करने का आदेश दिया गया है।
नीदरलैंड में भी तालाबंदी की आंशिक वापसी पर आपत्ति जताई गई और सैकड़ों डच प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। जबकि यहां कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शाम को प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ीं।
चीन में 21 प्रांत संक्रमित, रूस में 40 हजार नए मामले
चीन और रूस में भी कोरोना का कहर जारी है। महामारी ने अब तक चीन के 21 प्रांतों में पैर पसार लिया है। वहीं, रूस में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 39,256 नए मामले समाने आए हैं। यहां महामारी की शुरुआत के बाद से कुल 90,1851 मामले सामने आ गए हैं। पिछले 24 घंटें मे यहां रिकार्ड 1,241 मौतें हुईं। इसी अवधि में, देश भर में 33,803 मरीज संक्रमण से ठीक हुए।

Tags:    

Similar News

-->