चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर लगाया आरोप, इस्लामाबाद की करेंगे घेराबंदी
आचरण के खिलाफ गुरुवार को ईसीपी कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगी।
चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप लगाया है कि पीटीआई को कई प्रतिबंधित जगहों से फंड मिले हैं। जिसके बाद इमरान खान और पीटीआई के समर्थक लगातार चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को चुनाव आयोग के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का विरोध मंच तैयार है, पूर्व आंतरिक मंत्री शेख रशीद ने कहा कि अगर सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करती है, तो हम इस्लामाबाद की घेराबंदी करेंगे और इसके 'गंभीर परिणाम' होंगे।
यह खबर तब सामने आया है जब इमरान खान ने इस्लामाबाद में ईसीपी मुख्यालय के बाहर विरोध करने की घोषणा की। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, राजनीतिक दल लाहौर और पेशावर में ईसीपी कार्यालयों के बाहर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे, जिसमें पीटीआई के सांसद और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के खिलाफ पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पार्टी पर प्रतिबंधित स्रोतों से फंड मिलने का आरोप लगाया है। जिसके बाद इमरान खान नाराज चल रहे हैं।
इसके अलावा, रशीद ने धमकी दी कि अगर इमरान खान को जेल में डाल दिया गया तो सत्ताधारी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध होगा। ये टिप्पणी आज एआरवाई न्यूज के कार्यक्रम 'द रिपोर्टर्स' के लाइव टीवी प्रसारण के दौरान आई।
इमरान खान की निडरता पर गर्व- शेख रशीद
इमरान खान की निडरता पर गर्व करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि खान को धमकियां मिल रही थीं लेकिन वह बिना डरे स्वतंत्र रूप से पूरे देश में घूम रहे थे। इमरान खान के साथ मौजूदा नेताओं की तुलना करते हुए, आंतरिक मंत्री ने कहा कि वर्तमान शासक जनता के आक्रोश के कारण अपने निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा भी नहीं कर सके। शेख रशीद ने यह भी कहा कि अभी भी इमरान की लोकप्रियता वही है जो अविश्वास प्रस्ताव से पहले हुआ करती थी। रशीद ने कहा कि 75% नागरिकों में से 65% इमरान खान का समर्थन कर रहे हैं।
मंगलवार को पीटीआइ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान, इमरान खान ने ईसीपी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की और मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के इस्तीफे की मांग की।
इमरान खान ने कहा, 'पीटीआइ मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा के आचरण के खिलाफ गुरुवार को ईसीपी कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगी।