जेल तोड़कर भाग रहे कैदियों को गोलीबारी में जेल निदेशक समेत आठ की मौत
दूसरी ओर, कैदियों के परिजनों ने जेल के बाहर प्रदर्शन किया.
हैती (Haiti) की राजधानी में एक जेल से कैदियों ने फरार होने की कोशिश की. इस दौरान हुई गोलीबारी में जेल निदेशक (Prison Director) समेत आठ लोगों की मौत हो गई. पुलिस के एक अधिकारी और प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी. घटना राजधानी पोर्ट-ऑ प्रिंस (Port-au-Prince) के उत्तर पूर्व में स्थित क्रूआ दि बूके सिविल जेल (Croix-des-Bouquets Civil Prison) में हुई. इस जेल का निर्माण 2012 में कनाडा (Canada) ने कराया था. 2014 में इसी जेल से 300 से अधिक कैदी फरार हुए थे.
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कैदियों (Inmates) के फरार होने से पहले बड़ी संख्या में हथियारबंद लोगों को जेल के सुरक्षाकर्मियों (Prison guards) पर गोलियां चलाते देखा था. गोलीबारी शुरू होने के काफी देर बाद तक जेल के अंदर गोलियों की आवाजें सुनाई देती रहीं. जेल निदेशक (Prison Director) की मौत की पुष्टि करने वाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकारी जेल में छापेमारी (Raid) की तैयारी कर रहे थे. दूसरी ओर, हैती के अधिकारियों ने इस पर तुरंत टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
जेल के पास मिले सात शव
बताया गया है कि हत्या के मामले में सजा काट रहे 37 वर्षीय जॉन हिप्पोलाइट (Jhon Hippolyte) को गोली लगी जबकि एक कैदी फरार हो गया. जेल के पास करीब सात शव थे, जिनकी पहचान की जा रही है. हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मारे गए सारे लोग कैदी थे या किसने उन्हें गोली मारी. अधिकारियों ने फिलहाल घटना के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की. स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुलिस अधिकारी कुछ लोगों के एक ग्रुप को रस्सियों से बांधकर ले जा रहा है. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये कैदी ही थे.
इक्वाडोर के जेल में भड़की हिंसा में मारे गए 62 कैदी
गौरतलब है कि इससे पहले, इक्वाडोर की तीन जेलों में प्रतिद्वंद्वी गैंग्स और जेल से भागने के प्रयास के चलते दंगे हो गए. इसमें 62 कैदी मारे गए. बताया गया कि दो गैंग्स हिरासत केंद्रों के भीतर आपराधिक नेतृत्व हासिल करने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस को इसकी जानकारी मिली और अधिकारियों ने हथियारों की खोज शुरू की. इसी दौरान जेल में हिंसा भड़क उठी. कैदियों के गैंग्स एक-दूसरे के ऊपर चाकू और लोहे की रॉड लेकर टूट पड़े. इस घटना में कुल 62 कैदी मारे गए. दूसरी ओर, कैदियों के परिजनों ने जेल के बाहर प्रदर्शन किया.