रूस-यूक्रेन युद्ध का असर फ्रांस पर, राष्ट्रपति मैक्रों की बढ़ी चिंता, खाद्य आपूर्ति को लेकर कही ये बात

राष्ट्रपति मैक्रों की बढ़ी चिंता

Update: 2022-03-12 05:20 GMT
वर्साय, एएनआइ। रूस और यूक्रेन के बीच हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों देशों की बीच चल रहे युद्ध से कई देश प्रभावित हो रहे हैं। युद्ध के 17 दिन के बाद भी रूस द्वारा यूक्रेन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। ऐसे में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चिंता जताई है। मैक्रों ने चिंता व्यक्त की है कि यूक्रेन-रूस युद्ध यूरोप और अफ्रीका में खाद्य आपूर्ति को प्रभावित करेगा। दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार को वर्साय में एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि युद्ध ने यूरोप को पहले ही अस्थिर कर दिया है और यह 12 से 18 महीनों में और भी खराब हो सकता है। यूक्रेन-रूस संघर्ष का हवाला देते हुए मैक्रों ने कहा कि पूरे यूरोप में एक नेता वह सब कुछ करेगा, जो रूस को इस आक्रमण के रास्ते में रोकने के लिए प्रभावी और उपयोगी माना जाएगा।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध से खाद्य कीमतों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और अंतरराष्ट्रीय खाद्य और उसकी कीमतों में 8 से 22 प्रतिशत की वृद्धि होगी, क्योंकि युद्ध ने कृषि गतिविधियों को भी प्रभावित किया है। संयुक्त राष्ट्र ने भविष्यवाणी की है कि यदि युद्ध जारी रहता है तो 2022-2023 में 8 से 13 मिलियन लोग कुपोषण से पीड़ित होंगे।
आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन वैश्विक कृषि व्यापार में प्रमुख देश हैं, क्योंकि दोनों देश विश्व के गेहूं निर्यात में एक चौथाई का योगदान करते हैं। सीएनएन के अनुसार, 2020 में मक्का निर्यात का कम से कम 14 प्रतिशत और सूरजमुखी तेल निर्यात में संयुक्त 58 प्रतिशत का योगदान करते हैं। जानकारी के अनुसार, 11 मार्च तक लुत्स्क, निप्रो और इवानो-फ्रैंकिवस्क में गोलाबारी की गई थी। वहीं, कीव और खार्किव क्षेत्रों में गोलाबारी जारी है। मारियुपोल की नाकाबंदी और गोलाबारी के कारण 1,582 नागरिक मारे गए हैं।
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