नई दिल्ली। इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है कि अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इन झटकों की तीव्रता 4.8 आंकी गई है।
देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पंजाब-हरियाणा और जम्मू में ये झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का फैजाबाद बताया जा रहा है। फैजाबाद में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया है। अफगानिस्तान से 70 किमी दक्षिण-पूर्व में सुबह करीब 10.19 बजे 5.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुंछ में भी महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता कम होने के चलते किसी भी राज्य में कोई जान माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। हालांकि, अफगानिस्तान में झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर आ गए थे।
अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि रविवार को सुबह 11.19 बजे अफगानिस्तान के फैजाबाद से 70 किमी दूर दक्षिण पूर्व दिशा में महसूस किए गए। भूकंप के झटके पाकिस्तान के साथ ही भारत में कश्मीर के कुछ हिस्से में भी झटके महसूस हुए हैं। अब तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद में था। यह स्थान राजधानी काबुल से 70 किमी दक्षिण-पूर्व में है।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुंछ में भी झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में भी कहीं-कहीं असर है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद, पेशावर, लाहौर और विभिन्न शहरों में 6.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि वे हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अच्छी बात यह है कि अब तक किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।
रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते हैं। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं। इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।