बिग न्यूज़। अफगानिस्तान और तजाकिस्तान में गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 थी. इतना ही नहीं चीन की सीमा से सटे इलाकों में भी भूकंप का असर देखने को मिला. ये झटके ऐसे वक्त पर आया, जब हाल ही में तुर्की और सीरिया में भूकंप से भारी तबाही मची है.
बता दें कि तुर्की के पर्यावरण और शहरीकरण मंत्रालय की ओर से की गई जांच में करीब 1,05,794 इमारतें तबाह हो गई हैं या इतना बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं कि उन्हें ध्वस्त करने की जरूरत है। मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के बयान में कहा गया कि इनमें से 20,662 इमारतें ढह गईं। नष्ट हुई इमारतों में 3,84,500 से अधिक यूनिट्स थीं, जिनमें ज्यादातर आवासीय अपार्टमेंट थे।
तुर्की के आपदा प्रबंधन ने कहा कि शुरुआती भूकंप के बाद करीब 6,040 आफ्टरशॉक (मुख्य भूकंप के बाद के झटके) ने 11 प्रांतों को प्रभावित किया। शुरुआती भूकंप की तीव्रता 7.8 थी, लेकिन इसके 9 घंटों बाद 7.5 तीव्रता का झटका आया। एएफएडी के महा प्रबंधक ओरहान तातर ने कहा कि बाद में 5 से 6 तीव्रता के 40 झटके (ऑफ्टरशॉक) आए, जबकि 6.6 तीव्रता वाले बाद के झटके की संख्या एक थी। उन्होंने द्वितीयक आपदाओं जैसे कि भूस्खलन और चट्टान खिसकने को लेकर चेताया है।