NASA के इनसाइट लैंडर के सोलर पैनल पर जमी धूल, अब होना पड़ेगा रिटायर
इस उम्मीद में नहीं बैठ सकते कि रोवर का सोलर पैनल साफ होगा। इसलिए जितनी जानकारी हम ले सकते हैं उसे इकट्ठा कर रहे हैं।
वाशिंगटन: मंगल की रहस्यमय सतह के अंदर का खुलासा कर NASA का इनसाइट लैंडर अब रिटायरमेंट की ओर बढ़ रहा है। 2018 से यह लैंडर मंगल ग्रह पर है। इस लैंडर के रिटायरमेंट के पीछे सबसे बड़ी वजह पावर सप्लाई है। घटती बिजली आपूर्ति के कारण मिशन गर्मियों के अंत तक बंद कर दिया जाएगा। NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में इनसाइट डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर कात्या ज़मोरा गार्सिया ने इसकी पुष्टि की है।
इनसाइट में पावर सप्लाई खत्म होने के पीछे इसके सोलर पैनल हैं। इसके सोलर पैनल मंगल ग्रह की लाल मिट्टी से पूरी तरह ढंक गए हैं। हालांकि अभी यह थोड़ा-बहुत काम कर रहा है, लेकिन जैसे-जैसे मंगल ग्रह पर गर्मियां खत्म होंगे वैसे ही यह स्थिति और खराब हो जाएगी। क्योंकि ठंड के मौसम में मंगल ग्रह पर और ज्यादा धूल उड़ती है। मंगल पर उड़ने वाली धूल सूरज की रोशनी को ब्लॉक कर देगा, जिसके कारण सोलर पैनल से बैट्री उतनी भी चार्ज नहीं हो सकेगी, जितनी अभी होती है।
कम बना रहा है बिजली
वैज्ञानिकों का कहना है कि मिशन ने अपने लक्ष्य को पहले ही दो सालों में पा लिया था। लगातार बैट्री डाउन होने के कारण लैंडर 7 मई को सेफ मोड में शिफ्ट हो गया। यानी कि ये अब आवश्यक कार्यों को छोड़कर सब कुछ बंद कर देगा। जब ये लैंडर मंगल पर उतरा था उस समय ये 5000 वाट प्रति घंटे बिजली बनाता था। ये इतनी बिजली होती थी, जिससे एक इलेक्ट्रिक ओवन को 1.40 घंटे तक चलाया जा सकता है। लेकिन आज के समय ये सिर्फ इसका 10वां हिस्सा ही बिजली बना पा रहा है। अब ये सिर्फ 10 मिनट तक ही एक ओवन को चला सकता है।
अपने आप भी साफ हो जाते हैं सोलर पैनल
अगर इसके सौलर पैनल साफ हो जाएं तो रोवर की बैट्री में एक बूस्ट देखने को मिलेगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि कई बार धूल अपने आप हवा से साफ हो जाती है, जैसा हम स्पिरिट और ऑपरट्यूनिटी रोवर में देख चुके हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि हम इस उम्मीद में नहीं बैठ सकते कि रोवर का सोलर पैनल साफ होगा। इसलिए जितनी जानकारी हम ले सकते हैं उसे इकट्ठा कर रहे हैं।