भीषण युद्ध के दौरान तालिबान वार्ता में उलझाकर हिंसाग्रस्त देश में तेजी से बढ़ा रहा अपनी ताकत

अफगानिस्तान में चल रहे भीषण युद्ध के दौरान तालिबान वार्ता में उलझाकर हिंसाग्रस्त देश में तेजी से अपनी ताकत बढ़ा रहा है

Update: 2021-07-19 14:22 GMT

अफगानिस्तान में चल रहे भीषण युद्ध के दौरान तालिबान वार्ता में उलझाकर हिंसाग्रस्त देश में तेजी से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। उसने शांति वार्ता जारी रखने पर सहमति जताई है, लेकिन ईद के मौके पर भी युद्धविराम करने पर कोई बात नहीं की। इस बीच उसने संघर्ष और तेज कर दिया है। एक जिले पर और कब्जा कर लिया है।

कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अफगान प्रतिनिधिमंडल के बीच दो दिनों से वार्ता चल रही है। इस वार्ता में अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला भी भाग ले रहे हैं। टोलो न्यूज के अनुसार दोनों पक्षों ने वार्ता के संबंध में संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें हिंसा को कम करने या युद्ध विराम के संबंध में कोई बात नहीं की गई है।
बयान में कहा है कि दोनों पक्ष शांति वार्ता जारी रखने पर अपनी सहमति व्यक्त करते हैं। देश के बुनियादी ढांचा और नागरिकों की रक्षा करने के लिए राजी हैं। मानवीय सहायता करने पर सहमति बनी है। दोनों ही पक्ष देश की मौजूदा स्थिति से आगे जाने पर भी सहमत हुए हैं।
हालांकि तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा कि ईद पर भी युद्धविराम या तालिबानी कैदियों की रिहाई पर कोई सहमति नहीं बन पाई है। नईम ने युद्धविराम के संबंध में चल रही खबरों का खंडन किया है।
बेशक दोहा की वार्ता में शांति प्रक्रिया को तेजी से बढ़ाए जाने की बात की जा रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात अलग हैं। हिंसा लगातार तेज हो रही है।
उरुजगन का अंतिम जिला भी तालिबान के कब्जे में
आइएएनएस के अनुसार, यहां पिछले 24 घंटे के अंदर तालिबान ने उरुजगन के आखिरी प्रांत देहराउद पर भी कब्जा कर लिया है। इससे पहले वह इस प्रांत के सभी जिलों पर काबिज हो चुका है। कई प्रांतों में भीषण संघर्ष चल रहा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि अब हमारा अगला निशाना उरुजगन की राजधानी तिरिन कोट और आसपास का क्षेत्र है। अफगान सेना ने समंगान प्रांत के दारा ए सूफबाला जिले को कुछ ही घंटों में फिर अपने नियंत्रण में ले लिया है।
सिंगापुर की लगभग 73 फीसदी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस बीच हेरात प्रांत का दौरा किया। यहां के सभी जिलों पर तालिबान का कब्जा हो गया है। हेरात की भी तालिबान घेराबंदी कर रहा है.
रायटर के अनुसार, दोहा में चल रही वार्ता में युद्धविराम पर कोई सहमति न बनने के कुछ देर बाद ही अफगानिस्तान में 15 देशों के राजनयिकों ने तालिबान से युद्धविराम की अपील की। एक बयान में राजनयिकों ने कहा कि मुस्लिमों के पवित्र त्योहार ईद पर तालिबान को अपने हथियारों को शांत कर देना चाहिए। इस बयान का समर्थन करने वाले देशों में नाटो व यूरोपीय देशों के साथ अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जापान, ब्रिटेन जैसे देश भी शामिल हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा है कि तालिबान को जिलों पर कब्जा करना बंद करना चाहिए।
राजनयिक की पुत्री के अपहरण में पाक विदेश मंत्री ने की वार्ता
प्रेट्र के अनुसार, पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजनयिक नाजिबुल्लाह अलीखिल की पुत्री के अपहरण के संबंध में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने समकक्ष मोहम्मद अतमार से टेलीफोन पर वार्ता की। पाक विदेश मंत्री ने अफगान दूतावास, राजनयिकों और उनके परिवार की सुरक्षा का वादा किया। पाक के आंतरिक मंत्री शेख रशीद अहमद ने राजनयिक की पुत्री के अपहरण को अंतरराष्ट्रीय साजिश बताया है।
Tags:    

Similar News

-->