सामने आया दुबई की राजकुमारी लतीफा का हस्तलिखित पत्र, लगाई ब्रिटिश पुलिस से मदद की गुहार
माना जा रहा है कि तब से वह गायब हैं।
दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मखदूम की बेटी प्रिंसेस लतीफा एक बार फिर चर्चा में बनी हुई हैं। पिता की कैद में रहने के दौरान बनाई गई वीडियो और हस्तलिखित पत्र के सामने आने के बाद से वह लगातार अंतरराष्ट्रीय जगत में छाई हुई हैं। हस्तलिखित पत्र में प्रिंसेस लतीफा ने ब्रिटेन की पुलिस से अपील की है कि वह उनकी बड़ी बहन प्रिंसेस शमसा के अगवा होने के मामले की फिर से जांच शुरू करे। बता दें कि प्रिंसेस शमसा 20 साल पहले ब्रिटेन की राजधानी लंदन के कैम्ब्रिज स्ट्रीट से अगवा हो गई थीं।
शहजादी लतीफा को आखिरी बार सार्वजनिक तौर पर 2018 में तब देखा गया था, जब उन्होंने अपनी अलग दुनिया बसाने के इरादे से शाही खानदान से दूर भागने की कोशिश की थी, लेकिन वो पकड़ी गईं और इसके बाद से वो लगातार अपने परिवार के साथ दुबई में ही रह रही थीं।
हलांकि उन्हें सार्वजनिक तौर पर कभी नहीं देखा गया और जब-जब राजकुमारी के बारे में बातें हुई, दुबई राजघराने ने यही जवाब दिया कि प्रिंसेस अब अपने घरवालों के साथ बेहद खुशगवार और अच्छी जिंदगी जी रही हैं। लेकिन इस मामले में मंगलवार को तब नया मोड़ आ गया, जब राजकुमारी लतीफा के वकीलों ने एक के बाद एक उनके कई वीडियो जारी किए और इन वीडियो में राजकुमारी एक अंधेरे बाथरूम में बैठी नजर आ रही है। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब ब्रिटेन ने यूएई से शहजादी के जिंदा होने के सबूत मांगे।
ए-4 साइज वाले कागज के दो पृष्ठ में लिखे गए राजकुमारी लतीफ का पत्र सामने आए हैं, जिसमें वह अपनी बड़ी बहन राजकुमारी शमसा के बारे में जिक्र कर रही हैं।लतीफा बिंत मोहम्मद अल मख्तूम का वीडियो भी सामने आया है, उसमें वो कह रही हैं कि 'मेरी बहन को गुलाम बना लिया गया ... और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। मैं एक विला में हूं और बंधक हूं। मैं अपने कमरे का दरवाजा तक नहीं खोल सकती। मैंने करीब दो साल से सूरज की रोशनी तक नहीं देखी है।'
राजकुमारी लतीफा ने अपने पत्र में कैम्ब्रिज पुलिस को संबोधित करते हुए शमसा के बारे में लिखा है कि वह भाग गई थी क्योंकि ... उसके जीवन में उसके पसंद की कोई स्वतंत्रता नहीं थी और उसे परिवार के सदस्यों ने गुलाम बना लिया था और उसके साथ अत्याचार और उसका शारीरिक शोषण किया गया।
'मैंने व्यक्तिगत रूप से देखा कि... बार-बार उसे चेहरे पर और उसके सिर पर घूंसा मारा जाता था ... यह कई तरह के अत्याचारों का एक उदाहरण है, जिसमें मैंने उसका दुख देखा .... मैंने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकी।' 21 साल पहले शमसा के अपहरण के बारे में बताते हुए लतीफा ने पत्र में कहा है कि 'उसे सड़क पर लातों से मारा और घसीटा गया, जिसके बाद वह शांत हो गई और वापस उसे दुबई ले आया गया।'
पत्र के मुताबिक, शमासा, तब 18 वर्ष की थी, कथित तौर पर उसे ड्रग्स देकर शांत किया गया और उत्तरी फ्रांस के रास्ते उसके पिता के निजी हेलीकॉप्टर और जंबो जेट का उपयोग करके दुबई लाया गया था, और 20 से अधिक वर्षों तक सार्वजनिक रूप से नहीं देखी गई है।
पत्र में कहा गया है कि शमसा को उनके अरबपति पिता के आदेश पर अगवा किया गया था। जिस समय प्रिंसेस शमसा को अगवा किया गया था, उस समय उनकी उम्र महज 18 साल थी। वर्तमान में शमसा की उम्र 39 साल है और उन्हें लंबे समय से किसी ने भी नहीं देखा है।
प्रिंसेस लतीफा ने हाथों से लिखे गए पत्र को अपने दोस्तों के जरिए क्रैम्बिजशायर पुलिस को भेजा है। इसमें ब्रिटिश अधिकारियों से अपनी बहन की तलाश करने का आग्रह किया गया है। इस पत्र को 2019 में लिखा गया था, जब प्रिंसेस लतीफा को 'जेल विला' में कैद थीं। पत्र में लतीफा ने लिखा है, 'मैं आप से सिर्फ इतना चाहती हूं कि आप लोग उसके मामले पर भी ध्यान दें, क्योंकि ये उन्हें (प्रिंसेस शमसा) स्वतंत्रता दिला सकता है। उनके मामले में आपकी मदद और ध्यान उन्हें आजादी दिलवा सकती है।' उन्होंने लिखा है, 'उनके इंग्लैंड में काफी अच्छे रिश्ते हैं। वह वास्तव में इंग्लैंड से प्यार करती हैं। उनकी सभी अच्छी यादें यहां रहने के दौरान की हैं।'
अगस्त, 2000 में सर्रे के लॉन्गक्रास एस्टेट से प्रिंसेस शमसा ने भागने में कामयाबी हासिल की थी। लॉन्गक्रास एस्टेट उनके पिता की संपत्ति थी, जहां वह रहने के लिए आई थीं।प्रिंसेस शमसा लंदन पहुंची, लेकिन वह ज्यादा देर तक आजाद नहीं रह सकीं। लंदन के कैम्ब्रिज रोड से उन्हें जबरदस्ती पकड़ा गया और हेलिकॉप्टर के जरिए फ्रांस भेज दिया गया। इसके बाद एक प्राइवेट जेट के माध्यम से शमसा को फ्रांस से दुबई भेजा गया। माना जा रहा है कि तब से वह गायब हैं।