नए शोध में दवा: जिंक सामान्य सर्दी, जुकाम जैसे लक्षणों से बचाव करने में सक्षम है
अब यह साबित हो गया है कि अधिकांश फ्लू के इलाज में इसका सेवन कारगर है।
एक नए शोध के मुताबिक जिंक (जस्ता) सामान्य सर्दी, जुकाम जैसे लक्षणों से बचाव करने में सक्षम है। इसके अलावा, समुदाय में होने वाले फ्लू जैसे संक्रमण और श्वसन तंत्र संक्रमण को कम समय ही ठीक कर देता है। ऐसे श्वसन प्रणाली संक्रमणों में से एक राइनो वायरस से होता है। इस वायरस के कारण सामान्यत: ऊपरी श्वसन प्रणाली के अधिकांश संक्रमण होते हैं। इसके अलावा अन्य वायरस एडीनोवायरस, पैराइनफ्लूएंजा वायरस और इनफ्लूएंजा वायरस हैं।
बीएमजे ओपेन में प्रकाशित शोध सभी आयुवर्ग के 5446 लोगों पर किया गया है। जिंक का सेवन करने वालों में साधारण सर्दी, जुकाम के लक्षण दिखने 28 फीसद तक कम हो गए। फ्लू जैसे लक्षण 68 फीसद तक कम हो गए। हालांकि इसका असर तब कम यानी चार प्रतिशत ही दिखा जब जानबूझकर किसी को राइनो वायरस से संक्रमित किया गया। इसके अलावा, जिंक के सेवन से इस संक्रमण के अपने चरम पर होने पर भी इसके लक्षण महज दो दिन या तीन दिन ही रहते हैं।
हालांकि इस संक्रमण के दौरान तांबे (कापर) की भी कमी होने की आशंका रहती है। इसलिए जिंक की गोली खिलाकर या नेजल स्प्रे के जरिये सूंघने की शक्ति को भी वापस लाया जा सकता है। वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी के हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट की एसोसिएट प्रोफेसर जेनिफर हंटर के मुताबिक आम तौर पर माना जाता था कि जिंक उन्हीं लोगों को दिया जा सकता है जिनमें इसकी कमी होती है। लेकिन अब यह साबित हो गया है कि अधिकांश फ्लू के इलाज में इसका सेवन कारगर है।