डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विदाई भाषण में कहा- ये सिर्फ शुरूआत है...
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विदाई भाषण में कहा कि उनके प्रशासन ने वही किया जो वह करने सत्ता में आए थे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विदाई भाषण में कहा कि उनके प्रशासन ने वही किया जो वह करने सत्ता में आए थे। वह बोले कि हमने जो आंदोलन शुरू किया था वो जारी रहेगा, ये तो सिर्फ शुरूआत है। 20 मिनट के पहले से रिकॉर्ड किए गए भाषण का वीडियो मंगलवार को व्हाइट हाउस ने यूट्यूब पर जारी किया। दरअसल ट्रंप को सभी सोशल मीडिया मंचों ने कैपिटल हिंसा के बाद से प्रतिबंधित कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप के आंदोलन जारी रखने से जुड़े संदेश पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। कई विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस तरह राष्ट्रपति अपने विरोधियों को संदेश देना चाहते हैं कि भले वे फिलहाल वॉशिंगटन से जा रहे हों पर वे अपने राजनीतिक लक्ष्य जारी रखेंगे। इसका मकसद दोबारा सत्ता पाना है। ट्रंप ने भाषण के दौरान अपने कार्यकाल को असाधारण बताते हुए कहा कि उन्होंने अर्थव्यवस्था, विदेश नीति, रक्षा, स्वास्थ्य और वैक्सीन निर्माण के क्षेत्र में जो काम किए वे लोगों की सोच से परे थे। साथ ही वह बोले कि मैंने कठिन और बेहद मुश्किल लड़ाइयां लड़ी हैं, कई कड़े फैसले लिए। क्योंकि ऐसा करने के लिए ही मुझे आपने चुना था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पद छोड़ने से पहले अपने विदाई संबोधन में कहा कि हमने वही किया जो हम करने आए थे... बल्कि उससे भी ज्यादा किया। '
नहीं लिया बाइडन का नाम :
अपने भाषण में ट्रंप ने एक बार भी जो बाइडन का नाम नहीं लिया। हालांकि उन्होंने कहा कि अब हमें नई सरकार मिलने जा रही है। हम उनकी सुरक्षा के लिए कामना करते हैं और यही चाहते हैं कि वो अमेरिका को सुरक्षित और समृद्ध बनाए रखें।
कोई नया युद्ध नहीं शुरू किया :
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि कि अमेरिका के इतिहास में वह ऐसे पहले राष्ट्रपति हैं जिसके कार्यकाल में दुनिया में कोई नया युद्ध शुरू नहीं हुआ, जिसमें अमेरिका कोई भूमिका निभा रहा है। बल्कि उन्होंने कई देशों से अपने सैनिक वापस बुलाने का आदेश जारी किया है।
सबसे कम रेटिंग वाले राष्ट्रपति :
ट्रंप ने 34 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ अपना कार्यालय छोड़ा है जो अब तक अमरीका के इतिहास में सबसे कम अप्रूवल रेटिंग है। 1930 से अमेरिका में नागरिकों के सर्वे के आधार पर प्रेसिडेंशियल जॉब अप्रूवल रेटिंग दी जाती है जिससे पता लगता है कि राष्ट्रपति पद पर सेवा दे रहे व्यक्ति के काम से कितनी जनता संतुष्ट है।