डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति, जो बाइडेन का पहला संबोधन...काले रंग का बैग चर्चा में...
जानें क्या होता है उस काले बैग में?
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद अपने पहले संबोधन में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का आश्वासन दिया। बाइडेन ने ट्रंप से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि प्रशासन ट्रंप की टीम के साथ काम करेगा। पूर्व राष्ट्रपति ने कमला हैरिस से भी बात की और कहा कि उन्हें अभियान पर गर्व होना चाहिए। बाइडेन ने कहा कि हमें एक-दूसरे को साथी के तौर पर देखना चाहिए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि चुनावी प्रणाली निष्पक्ष है, और उस पर भरोसा किया जा सकता है।
जो बाइडेन ने कहा कि 200 से अधिक वर्षों से अमेरिका ने दुनिया के इतिहास में स्वशासन में सबसे बड़ा प्रयोग किया है। लोग वोट देते हैं और अपने नेता चुनते हैं, और वे इसे शांतिपूर्ण तरीके से करते हैं। लोकतंत्र में लोगों की इच्छा हमेशा प्रबल होती है। कल, मैंने चुनाव में ट्रंप से उनकी जीत पर बधाई देने के लिए बात की। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि मैं अपने पूरे प्रशासन को शांतिपूर्ण तरीके से काम करने के लिए निर्देश दूंगा। अमेरिकी लोग इसी के हकदार हैं। बाइडेन ने कहा कि कल मैंने उपराष्ट्रपति हैरिस से भी बात की। वह एक लोक सेवक रही हैं। उन्होंने पूरे दिल से प्रयास किया और उन्हें और उनकी पूरी टीम को उनके द्वारा चलाए गए कैंपेन पर गर्व होना चाहिए।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि मुझे यह भी उम्मीद है कि हम अमेरिकी चुनावी प्रणाली की अखंडता के बारे में सवाल को खत्म कर सकते हैं। यह ईमानदार है, यह निष्पक्ष है और यह पारदर्शी है। इस पर भरोसा किया जा सकता है, चाहे जीत हो या हार।
काले रंग का बैग चर्चा में...
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति हैं। उन्होंने डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस को करारी शिकस्त देकर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति का सफर तय किया। अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क है। इस लिहाज से राष्ट्रपति की सुरक्षा बेहद टाइट होती है। मिसाइल हमलों से भी बेअसर बुलेट प्रूफ गाड़ियों में चलना और आस-पास कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति रहते हैं। इसके अलावा एक बेहद खास चीज अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ चलती है। इसे हम काले रंग के चमड़े के बैग के रूप में जानते हैं। स्थानीय भाषा में इसे फुटबॉल कहा जाता है, लेकिन इसमें परमाणु हमले का कोई बटन नहीं होता।
अमेरिका का 47वां राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा के लिए काले रंग का बैग उनके साथ हमेशा रहेगा। इस बैग में ऐसा क्या होता है, जो इसका राष्ट्रपति के साथ हर वक्त रहना जरूरी है। इसमें कोई न्यूक्लियर बटन नहीं होता। इसमें काले और लाल स्याही में लिखी 75 पन्नों की काली किताब होती है। जिसमें न्यूक्लियर हमले के विकल्प लिखे होते हैं।
व्हाइट हाउस सैन्य कार्यालय के पूर्व निदेशक बिल गली के अनुसार, फुटबॉल में परमाणु हमला करने वाला कोई लाल बटन नहीं है, बल्कि इसमें चार चीजें होती हैं। 75 पन्नों की काले रंग की किताब के अलावा ऐसी जगहों की सूची होती, जहां राष्ट्रपति को बचाकर सुरक्षित किया जा सके। 10 पन्नों का एक फोल्डर होता है, जिसमें आपातकालीन स्थिति से निपटने के निर्देश होते हैं। इसके अलावा प्रमाणीकरण कोड वाला एक इंडेक्स कार्ड।
कभी-कभी बैग से बाहर एंटीना भी दिखाई देता है, इससे पता चलता है कि इसके अंदर वायर जैसा उपकरण हो सकता है। पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव रॉबर्ट मैकनामारा कहते हैं, बैग का फुटबॉल उपनाम "ड्रॉपकिक" से आया है, जो एक गुप्त परमाणु-युद्ध योजना में दिया कोड नेम है। बैग ले जाने के लिए चुने जाने वाला अधिकारी वो होता है, राष्ट्रपति को मिनटों में परमाणु हमले की स्थिति से अवगत कराए। इसलिए ऐसे सुरक्षाकर्मी इसके लिए प्रशिक्षित होते हैं।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के वक्त बैग की जिम्मेदारी उठाने वाले तत्कालीन वायुसेना मेजर रॉबर्ट पैटरसन ने एपी को बताया , "मैं खुद को तरोताजा करने के लिए इसे लगातार खोलता रहता था, ताकि हमेशा यह जान सकूं कि इसमें क्या है और राष्ट्रपति क्या-क्या संभावित निर्णय ले सकते हैं।" यह बैग हमेशा राष्ट्रपति के साथ होता है, चाहे वह हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर, कार या फिर लिफ्ट में हों। जब राष्ट्रपति घर पर होते हैं, तो बैग को व्हाइट हाउस के अंदर एक सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है।