इस शहर में झील का पानी पीकर जान दे रहे हैं कुत्ते, आखिर क्या है इसके पीछे का राज
पूर्वी लंदन में एक झील का पानी पीने के बाद कुत्ते अपनी जान दे रहे हैं. वहां पर एक के बाद एक कई सारे ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब कुत्तों ने झील का पानी पिया और उसके बाद उनकी जान चली गई.
पूर्वी लंदन में एक झील (Toxic Lake) का पानी पीने के बाद कुत्ते अपनी जान दे रहे हैं. वहां पर एक के बाद एक कई सारे ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब कुत्तों ने झील का पानी पिया और उसके बाद उनकी जान चली गई. इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने झील के पानी को जहरीला घोषित करके वहां कुत्तों को पानी न पिलाने की चेतावनी जारी की है.
लंदन कॉरपोरेशन करता है झील का प्रबंधन
'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी लंदन के एपिंग फॉरेस्ट में बनी इस झील का नाम Highams Park Lake है. इस पार्क और झील का प्रबंधन सिटी ऑफ़ लंदन कॉर्पोरेशन की ओर से किया जाता है. हाइम्स पार्क प्रशासन की ओर से जारी बयान के मुताबिक हाल के दिनों में झील (Toxic Lake) के पानी से कई कुत्तों के मरने की घटनाएं सामने आई हैं. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि झील में जहरीले शैवाल पैदा हो गए हैं. जिसके चलते झील का पानी भी जहरीला हो गया है. इसलिए अब चेतावनी जारी कर लोगों को अपने कुत्तों को झील में पानी न पिलाने के बारे में कहा जा रहा है.
क्या शैवालों की वजह से पानी हुआ जहरीला?
लंदन कॉरपोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक मारे गए कुत्तों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि पानी (Toxic Lake) पीने के दौरान उनके पेट में जहरीले नीले और हरे रंग के शैवाल चले गए थे, जो उनकी जान जाने की वजह बन गए. इस मामले की अभी गहराई से जांच चल रही है. इसलिए लोगों को झील में तैरने, मछली पकड़ने और कुत्तों को पानी न पिलाने के बारे में चेतावनी दी जा रही है. जब तक नीले रंग के शैवाल की कंप्लीट जांच नहीं हो जाती, तब तक यह बैन जारी रहेगा.
कॉरपोरेशन ने लोगों के लिए जारी की चेतावनी
लंदन कॉरपोरेशन की चेतावनी के बाद एपिंग फॉरेस्ट प्रबंधन ने भी जंगल में घूमने के लिए आने वालों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के मुताबिक जंगल में अपने कुत्ते के साथ घूमने के लिए आने वाले लोगों को खुद का पानी साथ लाने की जरूरत है. वे उसी पानी से कुत्तों को भी पिलाएं और उसे किसी भी हालत में झील (Toxic Lake) की ओर न जाने दें और न ही उसमें तैरने दें. वन प्रबंधकों ने चेतावनी दी कि अगर निर्देशों का उल्लंघन करने पर झील में कोई दुर्घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित लोगों की ही होगी.