भूलकर भी ना खाएं पेट दर्द और गैस की दवा...यहां सेवन करने वाले लोगों के शरीर पर उग आए बाल
डॉक्टरों से गलतियां सिर्फ भारत में नहीं होती. ये कहीं भी हो सकती हैं. स्पेन में डॉक्टरों ने बच्चों को पेट में दर्द और गैस की दवा दी लेकिन नतीजा कुछ और ही निकला. बच्चों के शरीर में ढेर सारे बाल उग आए. ऐसा किसी एक बच्चे के साथ नहीं हुआ, बल्कि 20 बच्चे इस परेशानी के शिकार हो गए. आइए जानते हैं कि बच्चों के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे उनके शरीर में इतने बाल उग आए... उत्तरी स्पेन के कैंटाब्रिया (Cantabria) इलाके के टोरेलावेगा (Torrelavega) शहर में 20 बच्चों के शरीर में अत्यधिक बाल उग आए. स्थानीय प्रशासन ने अपनी गलती मानी. प्रशासन ने कहा कि बच्चों को पेद दर्द और गैस की दवा ओमेप्राजोल (Omeprazole) की जगह मिनोजिडिल (Minoxidil) दवा दे दी गई. अब ये 20 बच्चे हाइपरट्रिचोसिस (Hypertrichosis) नामक बीमारी से जूझ रहे हैं. इस बीमारी में शरीर में अनचाही जगहों पर भी बाल उग आते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीरः गेटी)
डेली मेल की खबर के अनुसार मिनोजिडिल (Minoxidil) दवा बाल बढ़ाने की दवा है. इन बीस बच्चों के शरीर पर अनचाहे बालों की ग्रोथ बहुत ज्यादा हो गई है. इसके बाद इन बच्चों के माता-पिता ने मिलकर दवा बनाने वाली लेबोरेटरी के खिलाफ सिविल और क्रिमिनल केस फाइल कर दिया. हुआ यूं कि मिनोजिडिल (Minoxidil) सीरप की बोतलों पर ओमेप्राजोल (Omeprazole) का लेबल लगा कर ग्रानाडा, कैंटाब्रिया और वैलेंसिया इलाकों की दवा दुकानों पर बांट दी गईं. जिसकी वजह से दिक्कत आई है. जो बच्चे बाल बढ़ने की समस्या से परेशान हुए हैं वो एंडालूसिया और वैलेंसियन समुदाय से संबंधित हैं.
बच्चों को ये दवा एक साल पहले दी गई थी. बच्चे जिस बीमारी से जूझ रहे हैं, उसे हाइपरट्रिचोसिस (Hypertrichosis) कहते हैं. इस बीमारी को आमभाषा में वेयरवूल्फ सिंड्रोम (Werewolf Syndrome) भी कहते हैं. इस बीमारी में बच्चों के शरीर पर बेहद तेजी से उन जगहों पर भी बाल उग आते हैं जहां बाल नहीं होने चाहिए. प्रशासन ने गलती मानते हुए अब बच्चों का इलाज तो शुरू कर दिया है लेकिन इनके माता-पिता सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
बच्चों को ये दवा पिछले साल जुलाई के महीने में दी गई थी. इस सभी बच्चों के माता-पिता की तरफ से शिकायत और केस करने वाले वकील जेवियर डियाज एपारिसियो ने कहा कि प्रशासन को गलती खोजने में दो महीने लग गए. तब उन्हें ये पता चला कि दवाओं का लेबल बदल दिया गया था. जिसकी वजह से दिक्कत हुई है. इसके बाद सारी दवाओं को बाजार से वापस बुला लिया गया. जेवियर ने बताया कि सिविल और क्रिमिनल केस दवा कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटर, विक्रेता और उन प्रयोगशालाओं के खिलाफ किया गया है जो इन दवाओं से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं. कुछ परिवारों की शिकायत है कि उनके बच्चों का इलाज होने के बावजूद शरीर पर बाल बढ़ना कम नहीं हुए हैं.