पेट्रोल की कीमतों में सीधे 130% का इजाफा, 11 साल से युद्ध की मार झेल रहे लोग
देश में अब तक युद्ध में करीब 5 लाख लोग मारे जा चुके हैं, जबकि देश की आधी आबादी विस्थापित हो चुकी है.
रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद से पूरी दुनिया में पेट्रोल और डीजल को लेकर संकट बढ़ रहा है. विश्व के अधिकतर देशों में ईंधन की कीमतों में लगातार बढोतरी हो रही है. इस बीच ईंधन की कमी और विस्तारित बिजली कटौती का सामना कर रहे सीरिया के आंतरिक वाणिज्य मंत्रालय ने देश में पेट्रोल की कीमतों में लगभग 130 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है.
सीरिया की करेंसी में लगातार आ रही गिरावट
मंत्रालय ने शनिवार देर रात आधिकारिक सना समाचार एजेंसी के हवाले से एक बयान में कहा कि, 1 लीटर सब्सिडी वाले ईंधन की कीमत अब 1,100 से बढ़कर 2,500 सीरियाई पाउंड हो जाएगी, जो 127 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. इसके अलावा बिना सब्सिडी वाले पेट्रोल की कीमत 3,500 से बढ़कर 4,000 सीरियाई पाउंड हो जाएगी. बता दें कि इस साल तीसरी बार पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी की गई है. वहीं मौजूदा समय में डॉलर के मुकाबले सीरिया की करेंसी 2,814 सीरियाई पाउंड पर कारोबार कर रही है, ब्लैक मार्केट में यह करीब 4,250 पर ट्रेड कर रही है.
लोग हो रहे काफी परेशान
वहीं इस बढ़ोतरी से देश के लोग काफी परेशान हैं. रायद अल सादी नाम के एक शख्स ने कहा कि, "कीमत में इतनी बढ़ोतरी से सब पर असर पड़ेगा. हम लोगों को अभी जितनी सैलरी मिलती है, वह हमें केवल ऑफिस तक लाने के लिए पर्याप्त है, लेकिन इस बढ़ोतरी के बाद अब बजट पूरी तरह बिगड़ जाएगा. यहां जीवन बहुत कठिन हो गया है और मैं नहीं जानता कि यह स्थिति हमें कहाँ ले जाएगी."
2011 से युद्ध की मार झेल रहा है सीरिया
बता दें कि 2011 में सीरिया में युद्ध की शुरुआत हुई थी और तब से लेकर अब तक सीरिया के तेल और गैस क्षेत्र को दसियों अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है. लंबे समय से चल रहे युद्ध और दमिश्क के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों दोनों से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है. देश में अब तक युद्ध में करीब 5 लाख लोग मारे जा चुके हैं, जबकि देश की आधी आबादी विस्थापित हो चुकी है.