रूस से तेल आयात प्रतिबंध पर यूरोपीय यूनियन में मतभेद
यूरोपीय कमीशन के देशों में रूस पर छठे दौर के प्रतिबंध लगाने पर मतभेद हैं। सोमवार को शुरू होने वाली दो दिवसीय बैठक से पूर्व आयोग की अध्यक्ष उर्सला वॉन डेर लियेन ने कहा, रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध मामले पर सहमति अभी नहीं बन पाई है।
यूरोपीय कमीशन के देशों में रूस पर छठे दौर के प्रतिबंध लगाने पर मतभेद हैं। सोमवार को शुरू होने वाली दो दिवसीय बैठक से पूर्व आयोग की अध्यक्ष उर्सला वॉन डेर लियेन ने कहा, रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध मामले पर सहमति अभी नहीं बन पाई है।
27 यूरोपीय देशों के नेताओं की बैठक से पूर्व उन्होंने कहा, मुझे अगले 48 घंटे में भी इस पर किसी फैसले की उम्मीद नहीं है, लेकिन विश्वास है, यह संभव है। किसी भी प्रतिबंध पर सभी यूरोपीय कमीशन देशों का एकमत होना जरूरी है।
इस बीच, रूस से तेल आयात प्रतिबंध का हंगरी खुलकर विरोध कर रहा है। प्रधानमंत्री विक्टोर ओरबन ने कहा, उन्हें नहीं लगता कि इस मामले पर आज की बैठक में चर्चा होगी। आधिकारिक रूप से तेल आयात प्रतिबंध मामला बैठक के एजेंडे में नहीं है। अधिकारियों का कहना है, पाइप लाइन के बजाय रूस के समुद्र से होकर निर्यात पर ध्यान देना चाहिए। उसके कुल निर्यात में इसका हिस्सा दो तिहाई है।
पूर्ण प्रतिबंध लगे
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोमवार को यूरोपीय यूनियन के नेताओं से बात कर कहा, यूक्रेन की स्थिति कमजोर हो रही है। रूस को रोकने के लिए यूरोपीय संघ को कड़े फैसले लेकर तेल और गैस के आयात को पूरी तरह बंद करना होगा। इसके बिना रूस को झुकाना मुश्किल होगा।
खारकीव चारों दिशाओं से घिरा
रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन में दोनबास क्षेत्र के सभी औद्योगिक और व्यापारिक केंद्रों पर कब्जा करने के लिए कई दिशाओं से हमला बोल दिया है। खासतौर पर दोनबास क्षेत्र में आने वाले लुहांस्क प्रांत के सबसे बड़े शहर सिविरोदोनेस्क को घेर लिया है। सिविरोदोनेस्क के मेयर अलेक्जेंडर स्ट्रीक ने बताया, रूसी हमलों से अब तक शहर में 1500 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं।
यूक्रेनी बलों के मुताबिक, रूसी सेना का यूक्रेन के उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पू्र्व में जमावड़ा बढ़ रहा है। रूस सिविरोदोनेस्क के आसपास भारी हथियार और सैनिक जुटा रहा है। रूसी गोलाबारी से शहर में 90 फीसदी इमारतें खंडहर हो चुकी हैं। सिविरोदोनेस्क का हाल भी मैरियूपोल होने की स्थिति है।