दोषियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग, मानवाधिकार आयोग ने अहमदिया समुदाय की कब्रों पर हमले को लेकर जताई चिंता
दोषियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
लाहौर, एएनआइ: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अहमदिया समुदाय की कब्रों को निशाना बनाए जाने को लेकर पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने चिंता जाहिर की है। मानवाधिकार आयोग ने पंजाब प्रांत में अहमदिया समुदाय के लोगों की कब्रों को अपवित्र किए जाने वालों को कड़ी सजा देने की मांग की है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग का कहना है कि, 4 और 5 फरवरी को हाफिजाबाद की पुलिस ने प्रेमकोट में तकरीबन 45 अहमदिया समुदाय की कब्रों को अपमानित किया था। आयोग ने बयान जारी करके कहा कि, ऐसे कृत्य नियमित रूप से होने लगे हैं, और अहमदिया समुदाय के लोगों को जीते जी ही नहीं, बल्कि मरने के बाद भी परेशान किया जा रहा है।
मानवाधिकार आयोग का कहना है कि कब्रों को क्षतिग्रस्त करना मानवता का अपमान है। अगर पाकिस्तान सरकार सभी को समानता का अधिकार देना चाहती है, तो उसे ऐसा दुष्कृत्य करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। सोमवार को पाकिस्तानी पत्रकार एजाज सईद ने ट्वीट करके कहा था कि, हाफिजाबाद में कब्रों को अपवित्र करना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने सरकार से दोषियों को कड़ा सजा देने की अपील की थी।
आपको बता दें कि, कुछ दिन पहले, पत्रकार एजाज सैयद ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि, कथित तौर पर पंजाब पुलिस ने हाफिजाबाद जिले के प्रेमकोट में अहमदिया समुदाय की 45 कब्रों को अपवित्र किया है। किसी भी समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न बुनियादी मानवाधिकारों और इस्लामी मूल्यों का उल्लंघन है। सरकार को इनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। गौरतलब है कि, कई सालों से पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय पर हिंसा देखने को मिली है। यहीं नहीं, अहमदिया समुदाय की कब्रों को भी कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है। जिसके चलते अहमदिया समुदाय वहां से लगातार पलायन भी कर रहा है। पाकिस्तान की संसद ने 1974 में अहमदिया समुदाय को गैर मुस्लिम घोषित किया था। यह देश के सबसे प्रताड़ित अल्पसंख्यक समुदायों में से एक है।