US में डेल्टा वैरिएंट का कहर, CDC को विशेषज्ञों ने ठहराया जिम्मेदार
स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते कहर के बीच 70 फीसद लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगाने का लक्ष्य एक महीने की देरी से हासिल कर लिया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चार जुलाई तक इस लक्ष्य को हासिल करने की बात कही थी। इधर, देश में संक्रमण बढ़ने के बावजूद अमेरिकियों में टीकाकरण और मास्क पहनने को लेकर भ्रम की स्थिति है। इसके लिए व्हाइट हाउस और स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
विशेषज्ञों ने संक्रमण बढ़ने के लिए CDC को जिम्मेदार ठहराया
न्यूयार्क टाइम्स अखबार के डाटा के अनुसार, अमेरिका में कोरोना के दैनिक औसत मामले रविवार को बढ़कर करीब 80 हजार हो गए। यह आंकड़ा जुलाई की शुरुआत तक महज 12 हजार था। कुछ विशेषज्ञों ने संक्रमण बढ़ने के लिए सीडीसी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सीडीसी ने गत मई में कहा था कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग बगैर मास्क के बाहर निकल सकते हैं। इसके बाद पिछले हफ्ते हर किसी को मास्क पहनने की सलाह दी। इधर, बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रशासन ने सोमवार को माना कि विरोधाभाषी सूचना से कुछ अमेरिकी भ्रम की स्थिति में हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बाइडन इस सप्ताह देश को संबोधित करेंगे और विभिन्न बिंदुओं पर स्थिति साफ करेंगे। लोगों से यह कहेंगे कि वैक्सीन सुरक्षित है और टीका लगवा चुके लोगों के लिए भी मास्क पहनना जरूरत है।
टीका लगवाने के बाद सीनेटर ग्राहम पाजिटिव
अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम टीका लगवाने के बाद कोरोना पाजिटिव पाए गए। उन्होंने सोमवार को बताया कि उनमें हल्के लक्षण हैं और दस दिन तक क्वारंटाइन में रहेंगे। टीका नहीं लगा होता तो स्थिति खराब हो सकती थी।
जर्मनी में वैक्सीन बूस्टर लगाने का एलान
जर्मनी में भी डेल्टा वैरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके खतरे को देखते हुए जर्मन सरकार ने सोमवार को सितंबर से वैक्सीन बूस्टर लगाने का एलान किया। सबसे पहले जोखिम वाले लोगों को बूस्टर लगाया जाएगा।