चक्रवात रेमल में मरने वालो की संख्या बढ़ी, बांग्लादेश में अभी तक 16 लोगो की मौत

Update: 2024-05-28 16:03 GMT
विश्व : भारत और बांग्लादेश में चक्रवात रेमल के कारण मरने वालों की संख्या सोमवार रात 16 तक पहुंच गई है.साल के पहले बड़े चक्रवाती तूफान रेमल ने बंगाल की खाड़ी के तट के पास दस्तक देने के बाद बांग्लादेश और भारत के तटीय इलाकों में कम से कम 16 लोगों की जान ले ली है. बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश के कारण दर्जनों लोग घायल हो गए और बिजली लाइनों को भारी नुकसान होने की खबर है.रेमल तूफान रविवार की रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराया था. मौसम विभाग ने कहा कि 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाला तूफान रविवार देर रात बांग्लादेश के दक्षिणी बंदरगाह
मोंगला और पश्चिम बंगाल के निकटवर्ती सागर द्वीप समूह को पार कर गया और रात 9 बजे के आसपास यहां पहुंचा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में कम से कम 10 लोग मारे गए जबकि बाकी मौतें पश्चिम बंगाल में हुईं. अधिकारियों ने कहा कि कुछ पीड़ितों की मौत रिलीफ कैंपों की ओर जाते समय हो गई और अन्य की डूबने से या भारी जलभराव और तूफान के कारण उनके घर ढह जाने से हो गई.अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में बिजली का करंट लगने से चार लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या छह हो गई है. तूफान के कारण बिजली की लाइनें भी प्रभावित हुईं, जिससे कई तटीय इलाकों में बिजली गुल हो गई.
रेमल के कारण बांग्लादेश में लगभग 30 लाख और पश्चिम बंगाल में हजारों लोगों को बिजली के बिना गुजारा करना पड़ा. पश्चिम बंगाल के अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 1,200 बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि 300 के करीब झोपड़ियां ढह गईं.बांग्लादेश ने तूफान के कारण दुर्घटनाओं से बचने के लिए कुछ क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई पहले ही बंद कर दी थी. बांग्लादेश के बिजली मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक पेड़ गिरने और बिजली की लाइनें टूटने से कई तटीय शहरों में आपूर्ति बाधित हुई.
कोलकाता में भारी बारिश
27 मई को भारी बारिश के कारण कोलकाता की सड़कों पर जलभराव हो गया. कई जगहों से दीवारों के गिरने की रिपोर्टें हैं. शहर में कम से कम 52 पेड़ गिर गए. तूफान के कारण रविवार को कोलकाता से 50 उड़ानें रद्द कर दी गईं. हालांकि अब सेवा सामान्य हो गई है.भारत और बांग्लादेश दोनों ने तूफान को देखते हुए करीब दस लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया था.बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन और राहत राज्य मंत्री मोहिब्बुर रहमान ने कहा कि तूफान ने 19 जिलों में लगभग 35,000 घरों को नष्ट कर दिया, जबकि 1,15,000 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए.
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