सीमाशुल्क ने अफगानिस्तान से आए हथियारों को किया जब्त, पढ़ें पूरी खबर
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही संगठन के लड़ाकों ने उन हथियारों पर कब्जा जमा लिया है,
पाकिस्तान (Pakistan) के सीमाशुल्क अधिकारियों ने शनिवार को अमेरिका (America) और नाटो बलों (Nato Force) के द्वारा इस्तेमाल किये गए हथियारों की अफगानिस्तान (Afghanistan) से देश में तस्करी की कोशिश के भंडाफोड़ का दावा किया. सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार को अफगानिस्तान की ओर से पाकिस्तान आ रहे एक ट्रक को तोरखाम सीमा पर रोका गया. इसके बाद अधिकारियों को उसमें से दो M4A1 कार्बाइन राइफल, सात ग्लाक 9mm पिस्तौल, आठ बेरेटा पिस्तौल बैरल और विस्फोटक बरामद किया. उन्होंने कहा कि एक अफगान नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. वाहन को जब्त कर लिया गया है.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद से ही संगठन के लड़ाकों ने उन हथियारों पर कब्जा जमा लिया है, जिन्हें अमेरिकी सैनिक (US Troops) और अफगान सुरक्षा बल (Afghan Security Force) के जवान इस्तेमाल करते थे. बड़ी संख्या में सेना की गाड़ियों और उनके गोले-बारूद को तालिबानी लड़ाकों ने कब्जे में ले लिया है. इस बात की पहले से ही आशंका थी कि अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान इन हथियारों को अपने नियंत्रण में ले लेगा. तालिबान के कब्जे के बाद से ही बड़ी संख्या में अफगान नागरिक देश छोड़कर भाग रहे हैं.
हाइटेक हथियारों और सेना के वाहनों से लैस हैं तालिबानी
वहीं, अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से तालिबान के लड़ाके हाइटेक हथियारों और सेना के वाहनों से लैस दिखाई दे रहे हैं. रूस इससे चिंतित हो चुका है. हथियारों में एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम तक शामिल है. रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा कि तालिबान ने सैकड़ों लड़ाकू वाहनों के साथ-साथ कई युद्धक विमानों और हेलीकॉप्टरों पर भी कब्जा कर लिया है. उन्होंने 100 से अधिक मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम पर तालिबानियों के कब्जे को लेकर विशेष रूप से चिंता व्यक्त की है. शोइगू ने कहा कि अफगानिस्तान में शरणार्थियों की समस्या एक गंभीर चिंता का विषय है.
पाकिस्तान तालिबान को दे रहा है प्रतिबंधित युद्धक सामान
कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि पाकिस्तान तालिबानी आतंकियों को प्रतिबंधित युद्धक सामान और विस्फोटक उपलब्ध करा रहा है. पीएम इमरान खान की सरकार पर ये गंभीर आरोप किसी और ने नहीं बल्कि अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने लगाए हैं. उन्होंने ये सवाल भी पूछा कि तालिबान के पीछे कौन है? इसकी जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम पर हमले हो रहे हैं और लाइन के दूसरी ओर उसके प्रायोजक हैं. सालेह खुलेआम पाकिस्तान का नाम ले रहे हैं और कह रहे हैं कि वहां (पाकिस्तान) से अफगानिस्तान में अमोनियम नाइट्रेट भेजा जा रहा है. ऐसा कर तालिबान बेगुनाह अफगान नागरिकों को मार रहा है.