संकट : ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण के कारण पहली बार 20 वर्षीय युवक की मौत, कई देशों में लगे लॉकडाउन
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से बचने के लिए अधिकतर देश हॉटस्पॉट क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने लगे हैं।
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से बचने के लिए अधिकतर देश हॉटस्पॉट क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने लगे हैं। ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में कोरोना संक्रमण के कारण पहली बार एक 20 वर्षीय युवक की मौत हुई है। युवक को टीका नहीं लगा था। सिडनी में पिछले छह सप्ताह से लॉकडाउन है।
चीन, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपीन, थाईलैंड, वियतनाम समेत अन्य देश कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को अपने यहां आक्रामक होने से रोकने के लिए हॉटस्पॉट क्षेत्रों में लॉकडाउन करने लगे हैं। चीन के 12 से अधिक प्रांतों के करीब 20 शहरों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है।
चीन ने इन सभी शहरों के प्रभावित क्षेत्रों में पाबंदियां लगा दी हैं। फ्रांस में लोग हेल्थ पास का विरोध कर रहे हैं। सरकार का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश के लिए टीका लगने का सर्टिफिकेट या निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है। वहीं लोग इस नियम का विरोध कर रहे हैं। नाइजीरिया में वेतन को लेकर डॉक्टरों की हड़ताल से हालात बिगड़ गए हैं। अमेरिका में भी मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है।
ब्रिटेन में बीते 24 घंटे में 21 हजार से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि 138 मरीजों ने दम तोड़ दिया। तुर्की में मंगलवार को संक्रमण के करीब 25 हजार मामले सामने आए और 125 मरीजों की मौत हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा कि उनका देश भारत, जापान व ऑस्ट्रेलिया को कोविड टीकों के उत्पादन में मदद कर रहा है। उसका लक्ष्य टीकों का उत्पादन बढ़ाना है। बाइडन के अनुसार अमेरिका दूसरे देशों को करीब 50 करोड़ टीके उपलब्ध करवा रहा है लेकिन पूरे विश्व के टीकाकरण के लिए कई सौ करोड़ डोज़ तैयार करने होंगे।
अमेरिका व यह तीनों देश क्वाड समूह का हिस्सा हैं। उसने 65 देशों में 11 करोड़ खुराक भेजी है। वहीं अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने नया मोरेटोरियम जारी कर 3 अक्तूबर तक किरायेदारों को निकालने पर रोक लगाई है। इस आदेश से करीब 36 लाख परिवारों को राहत मिलेगी।