खौफनाक चेहरा आया सामने: यहां पानी, खाना और साफ बिस्तर के लिए महिलाओं को करना पड़ता है SEX
या टेलीफोन तक उनकी पहुंच थी.
लीबिया में डिटेंशन कैंपों (Detention Capmps in Libya) का काला चेहरा सामने आया है और यहां मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है. ये कैंप लोगों के लिए सुरक्षित नहीं हैं और उन्हें गार्ड के हाथों भयानक यौन हिंसा का शिकार होना पड़ता है. कैंपों में स्वच्छ पानी, खाना और साफ बिस्तर के लिए जबरदस्ती सेक्स करना पड़ता है.
महिलाओं को किया जाता है सेक्स के लिए मजबूर
एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) ने बताया कि लीबिया के हिरासत केंद्रों में प्रवासियों को सेक्स के लिए मजबूर किया जाता है. एक महिला ने एमनेस्टी को बताया कि डिटेंशन कैंपों में गार्ड्स महिलाओं की रिहाई के लिए रेप करते हैं और उन्हें सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता है.
काफी खराब है लीबिया के शिविरों में स्थिति
रिपोर्ट भूमध्यसागरीय प्रवासियों पर केंद्रित है, जो 2020 और 2021 में लीबिया में रुके थे. लीबिया के आंतरिक मंत्रालय के नियंत्रण में होने के बावजूद शिविरों में स्थिति बिगड़ती जा रही है. इसके बाद पोप फ्रांसिस और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस उन्हें बंद करने का आह्वान किया है.
महिला ने बताया कैंपों का काला सच
एक महिला ने एमनेस्टी से कहा, 'कैंप गार्ड कहते हैं कि ताजा पानी और बिस्तर चाहिए तो अपने साथ यौन संबंध बनाने दो, ताकि मैं आपको मुक्त कर सकूं.' एक अन्य महिला ने बताया, 'कैंप में मौजूद गार्ड महिलाओं को उनकी रिहाई या साफ पानी के बदले में बलात्कार या जबरदस्ती यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करते हैं.' कुछ गर्भवती महिलाओं ने एमनेस्टी को बताया कि गार्डों द्वारा उनके साथ बार-बार बलात्कार किया गया. जबकि पुरुषों ने कहा कि उन्हें अपमानित करने के लिए उन्हें केवल अंडरवियर पहन कर घूमने के लिए मजबूर किया गया था.
शरणार्थियों ने बयां किया अपना दर्द
एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) ने नाइजीरिया, सोमालिया और सीरिया जैसे देशों के 53 शरणार्थियों और प्रवासियों से बात की, जिनकी उम्र 14 से 50 के बीच है. ये सभी अभी भी लीबिया में है, जो शिविरों से भागने में सफल रहे हैं या टेलीफोन तक उनकी पहुंच थी.