डबल मर्डर करने के बाद भी कोर्ट ने किया बरी, बवाल होने से राष्ट्रपति को देना पड़ा बयान
वह अपने अपराध को सही ठहराने के लिए खुद को खतरे की बात कह सकता है.’
अमेरिका का 18 वर्षीय लड़का कायली रीटेनहाउस (Kyle Rittenhouse) फिलहाल पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र है. दरअसल कायली पर आरोप था कि विस्कोंसिन (Wisconsin) में एक प्रदर्शन के दौरान उसने 2 लोगों की हत्या कर दी थी और 1 अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया था. इसके अलावा कायली पर अन्य लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालने के भी आरोप लगे थे. लेकिन इतने आरोपों के बावजूद भी कायली को हत्या के केस में बरी कर दिया गया है.
अमेरिका में छिड़ा नया अभियान
कायली के पक्ष में कोर्ट के फैसला सुनाए जाने के बाद दुनिया में नस्लीय भेदभाव और व्हाइट प्रिविलेज (White Privilege) जैसे मुद्दों पर नई बहस शुरू हो गई है. ये मामला 25 अगस्त, 2020 का है. जब विरोध प्रदर्शनों के दौरान आगजनी, दंगा और लूटपाट ही घटनाएं हुई थीं. ऐसे में अगर कायली रीटेनहाउस दोषी पाया जाता तो उसे उम्रकैद और 2 अन्य केस में 60-60 साल से ज्यादा की सजा होती. हालांकि अब वो दोषमुक्त साबित हो गया है.
परिवार ने जताई खुशी
रीटेनहाउस के परिवार के प्रवक्ता डेविड हैनकॉक ने कहा, 'हम सभी बहुत खुश हैं कि कायली एक स्वतंत्र और निर्दोष व्यक्ति के रूप में अपना जीवन जी सकता है, लेकिन इस पूरे मामले में किसी की जीत नहीं हुई है, दो लोगों ने अपनी जान गंवाई है.'
एक साल पुरानी घटना पर हुआ फैसला
कायली रीटेनहाउस पिछले साल 25 अगस्त को के नोशा गया था, जो उसके इलिनोइस (Illinois) स्थित घर से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां प्रदर्शनकारी एक श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति जैकब ब्लेक (Jacob Black) को गोली मारे जाने के बाद इकट्ठा हुए थे. जैकब ब्लेक के कमर के नीचे के हिस्से में लकवा हो गया था. इस दौरान रीटेनहाउस ने 36 साल के जोसेफ रोजनबॉम और 26 साल के एंथनी ह्यूबर की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके साथ ही 28 साल के गेज ग्रॉसक्रेट्ज के हाथ में गोली मार दी. रीटेनहाउस ने कहा कि उसने आत्मरक्षा के लिए ऐसा किया. उस दौरान रीटेनहाउस की बंदूक में 30 राउंड फुल मेटल जैकेट बुलेट भरी हुई थीं. इस हिंसा को मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया गया था और वीडियो में वो नजारा भी दिख रहा था, जब रीटेनहाउस ने रोजनबॉम पर 4 बार गोली चलाई. जिसके बाद वो लहूलुहान होकर तड़प रहे थे. एक अन्य वीडियो में ग्रॉसक्रेट्ज को चिल्लाते हुए देखा गया, जिनके हाथ से खून बह रहा था.
रीटेनहाउस ने अपने पक्ष में दिया ये तर्क
CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार रीटेनहाउस ने सुनवाई की दौरान कहा कि वह आगजनी और संपत्ति को हो रहे नुकसान को रोकना चाहता था. अपने बचाव में रीटेनहाउस ने कहा कि उसने ह्यूबर को इसलिए गोली मारी, क्योंकि उसने पहले स्केटबोर्ड से हमला किया और उसकी बंदूक छीन रहा था. रीटेनहाउस ने गवाही दी कि जब रोजनबॉम ने उसका पीछा किया और उसकी बंदूक पकड़ी, तब उसे गोली मारी. साथ ही उसने घायलों की मदद करने की बात भी कही. अपने बचाव में उसने यह भी कहा कि उसे अपनी जान को खतरा था इसलिए उसने जो किया वो आत्मरक्षा (Self Defense) के लिए किया है. उसने कहा, 'मैंने वह किया जो मुझे उस व्यक्ति को रोकने के लिए करना था, जो मुझ पर हमला कर रहा था.'
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी जताया विरोध
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) ने शुक्रवार को कहा कि वह जूरी के फैसले का समर्थन करते हैं. उन्होंने अमेरिकियों से शांति बनाए रखने को कहा. बाइडेन ने कहा, 'केनोशा मामले में जो फैसला सुनाया गया है, उससे अमेरिकियों को गुस्सा आएगा और वो चिंतित होंगे. ऐसे लोगों में मैं भी शामिल हूं. लेकिन कोर्ट ने जो भी कहा, हमें वो स्वीकार करना चाहिए.' लंबे समय से नागरिक अधिकारों की बात करने वाले रेव जेसी जैक्सन ने कहा कि यह फैसला अश्वेत अमेरिकियों के समर्थन में विरोध करने वाले लोगों की सुरक्षा पर संदेह पैदा करता है.
मृतकों के परिवार ने फैसले का जताया विरोध
मृतकों में से एक ह्यूबर के माता-पिता ने कहा कि फैसला सुनकर उनका दिल टूट गया है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'इससे ऐसा संदेश मिलता है, जो अस्वीकार्य है. हथियार के साथ कोई भी नागरिक किसी भी शहर में हिंसा भड़का सकता है और सड़क पर लोगों को गोली मार सकता है. वह अपने अपराध को सही ठहराने के लिए खुद को खतरे की बात कह सकता है.'