Corona के New Strain का कहर, जापान ने लगाया विदेशी नागरिकों की एंट्री पर बैन

दुनियाभर में एक तरफ जहां कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. वहीं

Update: 2020-12-27 03:48 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली: दुनियाभर में एक तरफ जहां कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. वहीं दूसरी तरफ यूरोपीय देशों में कोरोना का नया स्ट्रेन (New Strain) सामने आने के बाद विशेषज्ञ दूसरी लहर की आशंका भी जता रहे हैं. कोरोना का नया स्ट्रेन (Coronavirus New Strain) फैलने के बाद जापान (Japan) में 28 दिसंबर से विदेशी नागरिकों की एंट्री पर बैन कर दी गई है. ये नया स्ट्रेन अब तक यूरोप के आठ देशों में फैल चुका है.


कोरोना की दूसरी लहर का खतरा
भारत की बात करें तो एक हफ्ते में ब्रिटेन से केरल आए 8 लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए हैं. नए स्ट्रेन की जांच के लिए इनके सैंपल पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं. ब्रिटेन से केरल आए लोगों की जांच की जा रही है कि कहीं इन लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन (New Strain) तो मौजूद नहीं है.

बता दें कि ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों में कोरोना के नए वैरियंट (Corona Variant) के मिलने के बाद पूरी दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा बढ़ गया है. ब्रिटेन में एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. लेकिन अब ये खतरा ब्रिटेन से दूसरे देशों तक पहुंचने की आशंका भी जाहिर की जा रही है.

क्या कोरोना का ये नया वैरियंट भारत में भी एंट्री कर चुका है?
क्या कोरोना और शक्तिशाली होकर ब्रिटेन की तरह भारत में भी तबाही मचा सकता है. आइए हम आपको बताते हैं कि इस तरह की आशंका क्यों जाहिर की जा रही है.
केरल में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है. कोझिकोड में स्वास्थ्य विभाग ने इसी को देखते हुए एक सर्वे करवाया है. इस सर्वे में कोराना के स्ट्रेन में बदलाव दिखा. अब स्वास्थ्य विभाग पूरे केरल में ये सर्वे करवाएगा.

केरल से आई ये खबर थोड़ी सी परेशान करने वाली है क्योंकि, केरल में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. यहां देश में सबसे ज्यादा 64 हजार एक्टिव केस हैं. मतलब ऐसे मरीज जिनका इलाज चल रहा है.



वायरस के स्ट्रेन में मामूली बदलाव
फिलहाल राहत देने वाली खबर ये है कि कोझिकोड में वायरस के स्ट्रेन में मामूली बदलाव देखा गया है. लेकिन यह बदलाव UK में मिले नए स्ट्रेन जैसा नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के नए स्ट्रेन की खबर मिलते ही लोगों से सतर्कता बरतने और बाहर से आ रहे सभी यात्रियों की जांच की बात कही थी.

अब केरल की सरकार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार है. जिसके बाद साफ हो पाएगा केरल में यूके से आने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन है या नहीं.

यूरोपीय देशों में वायरस में नए स्ट्रेन के मिलने के बाद विशेषज्ञों ने लोगों को आगाह किया है कि इसकी वजह से देश ही नहींं, पूरी दुनिया को संक्रमण की दूसरी लहर का सामना करना पड़ेगा क्योंकि हर बार ये वायरस मजबूत हो रहा है. ऐसे में इन यूरोपीय देशों से भारत आ रहे यात्रियों पर भी पूरी नजर रखी जा रही है.


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