कोरोना ने ईरान में लिया भयानक रूप, फ़िनलैंड में इमर्जेन्सी की घोषणा हुई
ईरान ने अपने यहां कोरोना की चौथी लहर की चेतावनी दी है। यहां पर 24 घंटों के दौरान सौ लोगों की मौत के बाद सावधान किया गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ईरान ने अपने यहां कोरोना की चौथी लहर की चेतावनी दी है। यहां पर 24 घंटों के दौरान सौ लोगों की मौत के बाद सावधान किया गया है। जनवरी के बाद पहली बार मौत का आंकड़ा इतना ऊपर आया है।
फिनलैंड की सरकार ने मरीजों के बढ़ने पर लगाई इमरजेंसी
फिनलैंड ने कोरोना महामारी को लेकर अपने यहां इमरजेंसी घोषित कर दी है। यहां हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इमरजेंसी का निर्णय संसद में लिया गया है। यहां आठ मार्च से तीन सप्ताह के लिए सभी रेस्टोरेंट बंद करने की घोषणा की गई है। साथ ही अन्य पाबंदियां भी लगाई जा रही हैं।
अभी कोरोना खत्म नहीं हो रहा: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अभी कोरोना खत्म नहीं हो रहा है। यह कहना जल्दबाजी होगी कि वर्ष 2021 के अंत तक महामारी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
असरकारी वैक्सीन के आने से मरने वालों की संख्या में कमी आएगी
डब्ल्यूएचओ के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डा. माइकल रयान ने कहा कि यह राहत की बात है कि असरकारी वैक्सीन के आने से हॉस्पीटल जाने और मरने वालों की संख्या में कमी आएगी।
242 देशों को दो करोड़ 37 लाख वैक्सीन डोज
विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैक्सीन वितरण कार्यक्रम कोवैक्स के तहत 142 देशों में दो करोड़ 37 लाख वैक्सीन के डोज वितरित किए गए हैं। संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोन घेबरेसस ने बताया कि कौवेक्स कार्यक्रम के तहत अंगोला, कंबोडिया, कांगो, नाइजीरिया और घाना में वैक्सीन का वितरण किया गया है।
ब्राजील में स्वास्थ्य विभाग ने लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाने के लिए कहा
ब्राजील में बढ़ते मरीजों और अस्पतालों में हालात खराब होने के कारण स्वास्थ्य अधिकारियों ने लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाने के लिए कहा है। इटली में भी मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारत ने नई खोजों और वैक्सीन निर्माण में अपनी क्षमता दिखाई
डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कोरोना महामारी के दौरान अदभुत क्षमता के साथ काम करने के लिए भारत की प्रशंसा की है। सौम्या ने कहा कि भारत ने नई खोजों और वैश्विक स्तर पर कोरोना वैक्सीन के निर्माण में बेहतरीन काम किया है। भारत में तीस से ज्यादा वैक्सीन विकसित की जा रही हैं। इनमें से दो कोवैक्सीन और कोविशील्ड का प्रयोग तो शुरू हो गया है। भारत ने इन दोनों वैक्सीन को विश्वभर के देशों में वितरित करना भी शुरू कर दिया है।