निगेटिव होने के बाद भी थायरॉयड ग्रंथि पर सालभर चिपका मिला कोरोना
कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की थायरॉयड ग्रंथि पर एक साल तक वायरस चिपका मिला। इटली में मिलान विवि के शोधकर्ताओं ने अध्ययन में इसकी पुष्टि की है। अध्ययन के अनुसार जिन मरीजों में कोरोना संक्रमण का गंभीर रूप देखने को मिला था।
कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की थायरॉयड ग्रंथि पर एक साल तक वायरस चिपका मिला। इटली में मिलान विवि के शोधकर्ताओं ने अध्ययन में इसकी पुष्टि की है। अध्ययन के अनुसार जिन मरीजों में कोरोना संक्रमण का गंभीर रूप देखने को मिला था। उनमें पोस्ट कोविड के तहत लंबे समय तक संक्रमण का असर देखने को मिल रहा है।
ये लोग निगेटिव होने के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है। इनमें से कई लोगों में थायरॉयड ग्रंथि में संक्रमण की मौजूदगी पता चली है। शोधकर्ताओं ने कहा कि मध्यम से गंभीर संक्रमण के दौरान थायरॉयड ग्रंथि पर सूजन की स्थिति भी बन रही है।
बढ़ जाता है हार्मोन असंतुलन
अध्ययन में पाया कि हार्मोन असंतुलन आमतौर पर हल्का होता है लेकिन कोरोना के गंभीर मामलों में यह काफी बढ़ जाता है। मिलान विवि के इलारिया मुलर ने कहा, थायरॉइड ग्रंथि व संक्रमण के बीच स्पष्ट संबंध है। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण है कि थायरॉयड हार्मोन रोग की गंभीरता से संबंधित है या नहीं?
कोरोना : नए मरीज 25 फीसदी बढ़े
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से उछाल दर्ज किया गया। बीते एक दिन में संक्रमण के नए मरीजों में करीब 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इतना ही नहीं देश में कोरोना संक्रमण की दैनिक और साप्ताहिक संक्रमण दर भी लगभग एक बराबर पहुंच गई है जबकि जांच का दायरा अभी भी सीमित है।
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, बीते 24 घंटों में कोरोना के 14,506 नए मामले सामने आए हैं जो कि मंगलवार की तुलना में लगभग 25% अधिक है। वहीं इस दौरान 30 मरीजों की जान चली गई। इसके अलावा 11574 रोगियों को छुट्टी भी दी गई।