दक्षिण अफ्रीका में कम हो रहे कोरोना के मामले, जिस देश से शुरू हुआ ओमिक्रॉन वेरिएंट
टीकाकरण की बात करें, तो दक्षिण अफ्रीका की 38 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी का टीकाकरण पूरा हो गया है.
दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) का पता चला था. जिसके बाद यहां मामलों में अचानक उछाल देखा गया. लेकिन अब एक बार फिर हालात सुधरते दिख रहे हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में सोमवार को 8,515 नए कोविड मामले सामने आए. जो रविवार को मिले 15,465 मामलों से कम हैं (South Africa Omicron Data). यह संख्या बीते हफ्ते सोमवार को मिले 13,992 मामलों से 40 फीसदी तक कम है. अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर भी एक हफ्ते में 25 फीसदी तक कम हुई है.
दक्षिण अफ्रीका से ये खबर ऐसे वक्त में सामने आई है, जब अमेरिका में ओमिकॉन का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. यहां अधिकतर राज्यों में इसके मामले मिले हैं. जिसके चलते राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लोगों से बूस्टर डोज लगवाने की अपील की है. दक्षिण अफ्रीका में मामले कम होने से दुनिया के बाकी देशों को ओमिक्रॉन से जंग में राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है. कोरोना वायरस का ये नया वेरिएंट डेल्टा के मुकाबले अधिक तेजी से फैलने वाला बताया गया है (South Africa Omicron Cases). चूंकी इसका पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में मिला था, इसलिए दुनियाभर के वैज्ञानिक इस देश के हालातों पर करीबी से नजर बनाए हुए हैं. हालांकि कई ने आगाह किया है कि देश की अलग परिस्थितियों के चलते उसकी किसी अन्य देश से इस मामले में तुलना करना मुश्किल हो सकता है.
काम पर लौटे राष्ट्रपति रामाफोसा
नवंबर के मध्य में पिछले सप्ताह तक नए मामले बढ़े हैं, लेकिन इसके साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों और मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं देखी गई. सोमवार को राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) काम पर वापस लौट आए हैं. वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद एक हफ्ते तक आइसोलेशन में रहे थे. उनके कार्यालय ने कहा है, 'राष्ट्रपति रामाफोसा ने टीकाकरण, फेस मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने या सैनिटाइज करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़ से बचने के लिए देश में सभी लोगों को सुरक्षित रहने का आह्वान किया है.'
गौतेंग में भी कम हो रहे मामले
ओमिक्रॉन के बाद संक्रमण का केंद्र रहे गौतेंग प्रांत (जिसमें जोहान्सबर्ग शामिल है) में संक्रमण के दैनिक मामले गिर रहे हैं. लेकिन आशंका जताई जा रही है कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि कई लोग क्रिसमस मानने के लिए दूसरे स्थानों पर चले गए हैं (South Africa Omicron Chart). इससे इस बात का खतरा भी बढ़ गया है कि गौतेंग के लोगों के दूसरे स्थानों पर जाने से वहां भी ओमिक्रॉन वेरिएंट फैल सकता है. यहां क्रिसमस के समय कई उद्योग बंद हो जाते हैं और लोग देश के भीतर काफी ज्यादा यात्रा करते हैं. टीकाकरण की बात करें, तो दक्षिण अफ्रीका की 38 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी का टीकाकरण पूरा हो गया है.