चीन के वैज्ञानिकों ने किया दावा, भविष्य में गर्भ से बाहर विकसित होगा भ्रूण और दाई मां का काम करेगा AI रोबोट
चीन के वैज्ञानिकों ने किया दावा
इंसान का बच्चा पोषक तत्वों से भरी थैली में विकसित होता है. जिसे भ्रूण कहते हैं. इसका ख्याल अभी नर्स, दाई रखती हैं. लेकिन कुछ सालों बाद भ्रूण कृत्रिम (Artificial Womb/Embryo) होगा और इसका ख्याल रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाली दाई (AI Nanny) होगी. कृत्रिम भ्रूण के विकास से संबंधित हर पहलू पर AI से चलने वाला रोबोट नजर रखेगा. यह दावा किया है चीन के वैज्ञानिकों ने.
चीन के शुझोउ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भ्रूण से लेकर बच्चे के बड़े होने तक उनका ख्याल AI दाई करेगी. इसके जरूरी ये नहीं होगा कि महिला गर्भवती हो. उसे गर्भ के दौरान की समस्याओं से निजात मिल जाएगा. वो बच्चे को कृत्रिम भ्रूण में बड़ा होता देख सकेगी. साथ ही भ्रूण पर नजर रखने के लिए रोबोट होंगे.
आपको क्या लगता है ये होगा तो लेकिन यह प्रयोग अब भी चल रहा है. चूहों के कृत्रिम भ्रूण पर AI दाई नजर रख रही है. उन्हें विकसित होते देख रही है. जिसकी रिपोर्ट को जर्नल ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में हाल ही में प्रकाशित किया गया है. वैज्ञानिकों ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट नाम के मीडिया संस्थान को बताया कि यह तकनीक हमें जीवन के विकास को समझने में मदद कर रहा है. इसके अलावा इसके जरिए हम भविष्य में इंसानी भ्रूण के विकास को और नजदीक से समझ पाएंगे. जन्म संबंधी दिक्कतों को दूर कर पाएंगे. साथ ही प्रजनन संबंधी सेहत का ख्याल रख पाएंगे.
AI दाई और कृत्रिम भ्रूण की तकनीक इस तरह से विकसित की गई है, जिससे हर तरह की गतिविधि को पूरी तरह नियंत्रित माहौल में देखा जा सकता है. इसमें शरीर में आने वाले बदलाव और विकास के पैटर्न को समझा जा सकता है. इन विट्रो कल्चर सिस्टम की मदद से इन भ्रूण को तैयार किया जा रहा है. जिसकी निगरानी के लिए AI दाई को तैनात किया गया है. वह भ्रूण के विकास, सेहत आदि पर नजर रखती है. जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को अलर्ट करती है.
वैज्ञानिकों ने कहा कि ये बात सही है कि यह आइडिया एक बार तो किसी को समझ में नहीं आएगा. लेकिन इससे भ्रूण के विकास संबंधी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है. आप भविष्य में कैसा बच्चा चाहते हैं, उसे अपने हिसाब से डिजाइन कर सकते हैं. जरूरी चीजें डाल सकते हैं, बेकार हटा सकते हैं. लेकिन कई देशों में कृत्रिम भ्रूण को बनाने की प्रक्रिया का विरोध हो रहा है. विरोध करने वाले कहते हैं कि यह नैतिक तौर पर सही नहीं है.
लेकिन एक ऑटोमेटेड सिस्टम इस लायक होता है कि वह एक साथ कई भ्रूण पर निगरानी रख सके. AI दाई यही काम करने के लिए बनाई गई है. इसलिए चीन के वैज्ञानिकों ने लॉन्ग-टर्म एंब्रियो कल्चर डिवाइस (Long-Term embryo culture device) बनाया है. इस डिवाइस में पोषक तरल पदार्थों का जटिल सिस्टम है. इसके अंदर ही भ्रूण विकसित होता है. तरल पदार्थों की सीमा तय करने के लिए फ्लूड कंट्रोलर्स लगे हैं. सपोर्ट के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई भी है.
लॉन्ग-टर्म एंब्रियो कल्चर डिवाइस (Long-Term embryo culture device) एक ऑप्टिकल डिवाइस भी लगाया गया है, जो भ्रूण को मैग्नीफाई करके दिखाता है. ताकि उसके शरीर के विकास पर बारीकी से नजर रखी जा सके. यह ऑप्टिकल डिवाइस AI दाई को सूचनाएं देता है. उसके हिसाब से दाई भ्रूण का ख्याल रखने का काम करती है. उसकी सेहत कैसी है, या अगले कुछ दिनों में कैसी होगी यह जानकारी दाई एक्सपर्ट्स को देती रहती है.
इस समय यह प्रयोग चूहों के कृत्रिम भ्रूण पर किया जा रहा है. इसलिए यह जरूरी नहीं कि यह इंसानों पर भी उसी तरह लागू होगा, जैसे चूहों पर हो रहा है. भविष्य में इंसानों के भ्रूण की निगरानी रोबोट्स रख सकते हैं, लेकिन फिलहाल अंतरराष्ट्रीय कानून ऐसे प्रयोगों पर अपनी सहमति नहीं जताते. इंसानों पर ऐसे प्रयोग प्रतिबंधित हैं. हो सकता है कि कुछ समय के लिए अन्य जानवरों के भ्रूण की निगरानी का काम AI दाई को दिया जाए. सफलता के आधार पर इंसानों पर प्रयोग भविष्य में किया जाएगा.