नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से मिले चीनी विदेश मंत्री वांग, नौ समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
नई दिल्ली से यहां पहुंचे वांग ने पाकिस्तान से अपनी यात्रा शुरू की, उसके बाद अफगानिस्तान और भारत की अघोषित यात्रा की.
चीन (China) के विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) ने नेपाल (Nepal) के शीर्ष नेतृत्व के साथ शनिवार को द्विपक्षीय संबंधों तथा पारस्परिक सहयोग पर चर्चा की है. दोनों देशों ने नौ समझौतों ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सीमा पार रेलवे के चीन सहायता प्राप्त व्यवहार्यता अध्ययन के लिए तकनीकी सहायता योजना शामिल है. अधिकारियों ने बताया कि वांग ने यहां प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और आपसी सहयोग पर चर्चा की.
नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष देउबा के पिछले साल जुलाई में रिकॉर्ड पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से किसी उच्च पदस्थ चीनी अधिकारी की नेपाल की यह पहली यात्रा है. प्रधानमंत्री से मिलने से पहले, वांग ने अपने नेपाली समकक्ष नारायण खड़का के साथ बातचीत की और इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. खड़का ने नेपाल की ओर से 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि वांग ने 17 सदस्यीय चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया.
क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की
अधिकारियों ने यहां कहा कि बैठक के दौरान, खड़का और वांग ने द्विपक्षीय संबंधों के अलावा क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर चर्चा की. वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने विभिन्न परियोजनाओं से संबंधित नौ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए. अधिकारियों ने कहा, 'चीन द्वारा नेपाल को प्रदान किए गए चिकित्सा उपकरणों और कोविड-19 वैक्सीन के लिए आभार व्यक्त करते हुए, खड़का ने अपनी एक-चीन नीति के लिए नेपाल की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया.'
चीन ने वार्षिक सहायता में बढ़ोतरी की
'काठमांडू पोस्ट' की खबर के अनुसार इन समझौतों में से एक आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर है. आर्थिक और तकनीकी सहयोग के तहत, चीन नेपाल को अपनी वार्षिक सहायता 13 अरब रुपये से बढ़ाकर 15 अरब रुपये करेगा और कुछ परियोजनाओं को वित्तपोषित करेगा जिन पर दोनों पक्षों के बीच सहमति होगी. वांग नेपाल की अपनी तीन दिवसीय यात्रा को समाप्त करने से पहले रविवार को राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से भी मुलाकात करेंगे. नई दिल्ली से यहां पहुंचे वांग ने पाकिस्तान से अपनी यात्रा शुरू की, उसके बाद अफगानिस्तान और भारत की अघोषित यात्रा की.