चीनी सेना ने की बाइडन की आलोचना, नया शीत युद्ध व गुटबाजी न करने की नसीहत
कोरोना महामारी व विस्तारवादी नीतियों को लेकर पश्चिमी देशों के निशाने पर आए
कोरोना महामारी व विस्तारवादी नीतियों को लेकर पश्चिमी देशों के निशाने पर आए चीन ने बृहस्पतिवार को अमेरिका को नसीहत दे दी। चीनी सेना ने डोनाल्ड ट्रंप के समय की हिंद-प्रशांत रणनीति जारी रखने के लिए जो बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका को गुटबाजी नहीं करनी चाहिए या नए शीत युद्ध को नहीं भड़काना चाहिए।
चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल तान काफेई ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 'नया शीत युद्ध' शुरू करने के लिए सैन्य गठबंधन या गुटबाजी की रणनीति नहीं अपनानी जानी चाहिए। एक पक्ष को नुकसान पहुंचाकर दूसरे की जीत से और खाई ही बढ़ेगी तथा अव्यवस्था उत्पन्न होगी। चीन को रोकने के लिए अपने पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू 'हिंद-प्रशांत रणनीति' को जारी रखने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्णय से जुड़े एक सवाल का वह जवाब दे रहे थे।
ताइवान के पास से गुजरा अमेरिकी पोत
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान ऐसे वक्त आया है जब एक सप्ताह पहले ही अमेरिकी नौसेना का एक निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत 19 मई को ताइवान जलसंधि से होकर गुजरा। इस तरह क्षेत्र को लेकर चीन के दावे को चुनौती दी गई। चीन ताइवान को अपना भू-भाग मानता है। चीनी नौसेना ने अमेरिकी युद्धपोत के जवाब में अपने जहाज को उसी क्षेत्र में रवाना करते हुए आरोप लगाया कि अमेरिका भड़काने वाला कदम उठा रहा है।
क्वाड जिक्र नहीं, पर निशाना साधा
कर्नल तान ने सीधे तौर पर चार देशों के गठबंधन 'क्वाड' का जिक्र नहीं किया लेकिन अमेरिका पर गुटबाजी करने का आरोप लगाया। 'क्वाड' गठबंधन में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। हालांकि, हालिया समय में चीनी विदेश मंत्रालय ने चार देशों के गठबंधन पर हमला तेज कर दिया है और इसे चीन को रोकने के लिए खास गुटबंदी करार दिया है। बता दें, बाइडन ने बुधवार को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को कोरोना वायरस का उत्पत्ति केंद्र तलाशने के लिए दोगुने प्रयास करने को कहा है। उन्होंने एजेंसियों से कहा है कि 90 दिन के भीतर वायरस के जन्मस्थान का पता करके रिपोर्ट दें।