उइगर मुस्लिमों की जिंदगी को नरक बनाने वाले चीन ने नूपुर शर्मा विवाद में भारत को दिया ज्ञान
यही नहीं बड़े पैमाने पर उइगर मुस्लिमों को जबरन नजरबंद किया जाता है। उनकी मस्जिदों को गिरा दिया गया है।
बीजिंग: शिंजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों की जिंदगी को नरक बनाने वाले चीन ने नूपुर शर्मा विवाद में अब भारत को ज्ञान दिया है। चीन ने कहा कि हम आशा करते हैं कि इस विवाद को ठीक ढंग से सुलझा लिया जाएगा। चीन ने यह भी कहा कि उसका मानना है कि विभिन्न सभ्यताओं, अलग-अलग धर्मों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और समान रूप से एक साथ रहना चाहिए। उसने यह भी कहा कि अहंकार और पूर्वाग्रह को छोड़ना महत्वपूर्ण है।
मुस्लिम देशों के बाद अब चीन भी पैगंबर विवाद में कूद गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि सभी को एक-दूसरे के धर्मों का सम्मान करना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय की यह टिप्पणी पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के चीन दौरे के एक दिन बाद आई है। इससे पहले जनरल बाजवा ने रविवार को छिंगदाओ शहर में चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के उपाध्यक्ष जनरल झांग यूक्सिया के साथ बातचीत की थी।
चीन में हर 25 में से एक उइगर व्यक्ति को जेल की सजा
जनरल बाजवा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बुलावे पर चीन पहुंचे थे। वह पहले ऐसे आर्मी चीफ हैं जिन्हें चीन ने बुलाया था। इससे पहले पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी करने के लिए बीजेपी ने पांच जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था। यही नहीं नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया था। बीजेपी ने अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने के उद्देश्य से एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है। भारत के विदेश मंत्रालय ने भी कहा था कि भारत सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देता है।
भारत को सभी धर्मों के सम्मान का ज्ञान देने वाला चीन खुद अपने देश में उइगर मुस्लिमों को जेल में बंद करके रखा हुआ है। आलम यह है कि मुस्लिम बहुल उइगर क्षेत्र की एक काउंटी में हर 25 में से एक व्यक्ति को आतंकवाद से संबंधित आरोपों में जेल की सजा सुनाई गई है। यह दुनिया के किसी भी इलाके में लोगों को जेल की सजा होने की सर्वाधिक दर है। इस काउंट का नाम कोनाशेहर है जहां 10,000 से अधिक उइगरों को जेल भेजा गया है। यही नहीं बड़े पैमाने पर उइगर मुस्लिमों को जबरन नजरबंद किया जाता है। उनकी मस्जिदों को गिरा दिया गया है।