चीन 'वैश्विक सुरक्षा पहल संकल्पना पत्र' जारी करेगा

Update: 2023-02-19 14:46 GMT
बीजिंग, (आईएएनएस)| चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य, केंद्र सरकार के विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के अध्यक्ष वांग यी ने 18 फरवरी को जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लिया और मुख्य भाषण दिया। वांग यी ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वैश्विक विकास पहल और वैश्विक सुरक्षा पहल को पेश किया, जिसने मानव के सामने शांति व विकास पाने में मौजूद मुश्किलों को दूर करने के लिए चीनी प्रस्ताव पेश किया है। अभी तक 100 से अधिक देशों और संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने उक्त दो पहलों का समर्थन दिया है। लगभग 70 देशों ने 'वैश्विक विकास पहल के दोस्तों का समूह' में भाग लिया है। चीन हाल ही में 'वैश्विक सुरक्षा पहल संकल्पना पत्र' जारी करेगा, और विभिन्न देशों को इसमें भाग लेने का स्वागत करेगा।
वांग यी ने कहा कि एक सुरक्षित दुनिया के लिए हमें विभिन्न देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने पर कायम रहना चाहिए। एक सुरक्षित दुनिया के लिए हमें बातचीत और परामर्श के जरिए विवादों के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर देना चाहिए। एक सुरक्षित विश्व के लिए, हम सभी को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों की ओर लौटना होगा। एक सुरक्षित दुनिया के लिए, हम सभी को विकास की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान देना चाहिए।
वांग यी के अनुसार, एक ज्यादा सुरक्षित दुनिया को बनाना चीन की इच्छा है। गत वर्ष के अंत में सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस आयोजित की गई। महासचिव शी चिनफिंग ने यह घोषणा की कि नए युग में नई यात्रा पर चीन का केंद्रीय मिशन तो चीनी शैली के आधुनिकीकरण के माध्यम से चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान को व्यापक रूप से बढ़ावा देना है। पर यह कैसे प्राप्त होगा, तो चीन का जवाब स्पष्ट और दृढ़ है, यानी शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर अडिग रहना। यह इतिहास, वास्तविकता और भविष्य के गहन विचार के बाद चीन द्वारा बनाया गया एक रणनीतिक विकल्प है।
यूक्रेन संकट की चर्चा में वांग यी ने कहा कि यूक्रेन संकट वह नहीं है जो हम देखना चाहते हैं। चीन अन्य पक्षों की तरह संघर्ष के विस्तार और दीर्घकाल के बारे में चिंतित है। चीन यूक्रेनी संकट का पक्षकार नहीं है, लेकिन हम चुपचाप खड़े नहीं रहे, आग में घी डालने का काम नहीं किया और यहां तक कि इसका फायदा उठाने का विरोध भी किया। चीन ने जो कुछ किया है वह शांति और वार्ता को बढ़ावा देने के लिए है। हम बातचीत के पक्ष में और शांति के पक्ष में मजबूती से खड़े रहेंगे।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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