नई दिल्ली: चीन ने एक नए न्यूक्लियर सबमरीन समुद्र में उतार दिया है। सैटेलाइट तस्वीरों से यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह न्यूक्लियर-संचालित अटैक पनडुब्बी का एक नया या उन्नत क्लास हो सकता है। विश्लेषक इसे बारीकी से देख रहे हैं क्योंकि चीनी नौसेना ने ऐसे संकेत दिए थे कि वह न्यूक्लियर सबमरीन पर काम कर रही है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि चीन की यह नई पनडुब्बी 24 अप्रैल से 4 मई के बीच पानी से बाहर हो गई थी और बाद में पनडुब्बी को लिओनिंग प्रांत के हुलुदाओ पोर्ट पर देखा गया। सिंगापुर स्थित सुरक्षा विशेषज्ञ कोलिन कोह ने कहा है कि निर्देशित मिसाइलों के लिए वर्टिकल लॉन्च ट्यूबों के साथ चीनी टाइप 093 हंटर-किलर पनडुब्बी के एक नए क्लास की मिसाइल हो सकती है। लेकिन उन्होंने कहा कि हाल की सैटेलाइट तस्वीरों पनडुब्बी की पहचान करने के लिए बहुत सीमित थीं।
एस। राजारत्नम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के कोह ने कहा है कि तस्वीरें बहुत दिलचस्प हैं, लेकिन अभी भी यह सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल है कि क्या हम टेस्टिंग के लिए किसी तरह की मरम्मत या पनडुब्बी की एक पूरी नई श्रेणी देख रहे हैं। क्योंकि स्टर्न ढका हुआ है, ऐसे में यह बताना संभव नहीं है कि जहाज किस प्रकार के प्रोपल्सन का इस्तेमाल करता है।
एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा है कि अगर चीन ने नए न्यूक्लियर सबमरीन को उतारा है तो साउथ चाइना सी सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है। चूंकि साउथ चाइना सी में पहले से चीन का कई देशों के साथ तनाव जारी है ऐसे में चीन का कोई भी कदम इस क्षेत्र में तनाव भड़का सकता है।
बता दें कि चीनी नौसेना अपने एयरक्राफ्ट कैरियर बैटलग्रुप से लेकर दुश्मन के जहाजों पर नजर रखने तक के लिए हमलावर पनडुब्बियां बैलिस्टिक मिसाइल पर जोर दे रही हैं। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि अभी नए पनडुब्बी को लेकर चीजें साफ नहीं हैं लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है कि चीन हमलावर पनडुब्बियों को लेकर कुछ नया कर रहा है।