चीन अंतरिक्ष में बना रहा है खुद का स्पेस स्टेशन, काम को पूरा करने के लिए भेजा तीन सदस्यीय दल

पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका के बाद अपने संसाधनों का उपयोग कर ऐसा करने वाला चीन दुनिया का तीसरा देश बना था।

Update: 2022-06-05 08:55 GMT

चीन ने पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे देश के अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण को पूरा करने के छह महीने के मिशन पर रविवार को तीन अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया। अंतरिक्ष यात्रियों चेन डोंग (Chen Dong),, लियू यांग (Liu Yang) और काइ शुझे (Cai Xuzhe) को लेकर शेनझोउ-14 अंतरिक्ष यान को उत्तर पश्चिमी चीन के जिउक्वान सैटेलाइट लान्च सेंटर (Jiuquan Satellite Launch Center) से लान्ग मार्च-2 एफ राकेट के जरिये प्रक्षेपित किया गया। यह अंतरिक्ष यान छह माह के मिशन पर गया है। इसके जरिए देश के स्पेस स्टेशन के निर्माण कार्य को पूरा किया जाएगा।

क्या है चीन का मकसद
चीन ने शनिवार को तीन सदस्यीय अंतरिक्ष यात्रियों के दल की घोषणा की थी, जो शेनझोउ-14 अंतरिक्षयान से छह महीने के अभियान पर रवाना किए गए हैं। शेनझोउ-14 अंतरिक्षयान चेन डोंग, लिउ यांग और काइ शुझे को लेकर जाएगा, जो निर्माणाधीन तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के साथ जुड़ जाएंगे।
पिछली बार गया था मालवाहक यान
पिछले महीने चीन ने एक मालवाहक अंतरिक्ष यान (तियानझोउ-4) को अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आवश्यक सामान लेकर निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन भेजा था। इसे चीन के हैनान प्रांत में स्थित वेनचांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से लान्ग मार्च-7 वाई 5 राकेट के जरिए प्रक्षेपित किया गया था। चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, यह अंतरिक्ष यान करीब सात घंटे के बाद अंतरिक्ष स्टेशन पहुंच गया था।
छह महीने के लिए भेजा गया सामान
मालवाहक अंतरिक्ष यान तियानझोऊ-4 से चीन के तीन यात्रियों के लिए अंतरिक्ष में छह महीने रुकने के लिए आवश्यक सामान, अनुसंधान उपकरण और अन्य कलपुर्जे भेजे गए थे। इसकी मदद से चीनी अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन के मरम्मत कार्य को भी अंजाम दे सकेंगे। बता दें, चीन ने 2003 में अपने पहले अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजा था। पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका के बाद अपने संसाधनों का उपयोग कर ऐसा करने वाला चीन दुनिया का तीसरा देश बना था।

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