चीन ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की Zero Covid नीति के प्रति असहमति जताई

इस पर अधिकारियों का कहना है कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है क्योंकि वायरस को फैलने देने से चीनी अस्पतालों पर असर पड़ेगा।

Update: 2022-08-29 11:28 GMT

चीन स्थित एक थिंक टैंक ने सोमवार को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की Zero Covid नीति के प्रति असहमति जताई है। थिंक टैंक ने कहा है कि शहरों को बंद करने और व्यापार, यात्रा और उद्योग को बाधित करने वाले प्रतिबंधों को बदलना चाहिए। Anbound Research Center ने संभावित परिवर्तनों का कोई विवरण नहीं दिया, लेकिन कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार को डूबते विकास पर ध्यान देने की जरूरत है।


नीतियों को बदलने की जरूरत
थिंक टैंक ने एक रिपोर्ट में कहा, 'आर्थिक जोखिम को रोकना प्राथमिकता कार्य होना चाहिए। यह चीन के लिए अपने कोविड नियंत्रण और रोकथाम नीतियों को बदलने का समय है।' उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोप और जापान कोविड प्रतिबंधों में ढील देने के बाद आर्थिक रूप से ऊबर रहे हैं। इस रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर रविवार को पोस्ट किया गया था। हालांकि सोमवार दोपहर के बाद हटा दी गई। इसके पीछे क्या कारण है, अभी खुलासा नहीं हो पाया है।


विकास दर पर पड़ा असर
अक्टूबर और नवंबर में कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक के बाद तक कम से कम एंटी-वायरस प्रतिबंधों के व्यापक रूप से बने रहने की उम्मीद है। बैठक में राष्ट्रपति के कार्यकाल तीसरी बार पांच साल बढ़ाने पर चर्चा हो सकती है। अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि चीन को विकास को बढ़ावा देने की जरूरत है, जो 2022 की पहली छमाही में एक साल पहले की तुलना में 2.5 प्रतिशत तक गिर गया, जो कि 5.5 प्रतिशत के आधिकारिक वार्षिक लक्ष्य से आधे से भी कम है।

अर्थव्यवस्था ठप होने का खतरा
थिंक टैंक ने कहा, '"महामारी की रोकथाम और नियंत्रण नीतियों के प्रभाव के कारण चीन की अर्थव्यवस्था के ठप होने का खतरा है। अर्थशास्त्रियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने 2021 के मध्य से चेतावनी दी है कि Zero Covid नीति जिसका उद्देश्य वायरस को चीन से बाहर रखना है, वह टिकाऊ नहीं है। इस पर अधिकारियों का कहना है कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है क्योंकि वायरस को फैलने देने से चीनी अस्पतालों पर असर पड़ेगा।

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