चीन का दावा- देश में मिला कोरोना के 'भारतीय वेरिएंट' का मामला
भारतीय वेरिएंट ही इनके संक्रमण का कारण हैं.
चीन (China) ने दावा किया है उसके कुछ शहरों में कोरोनावायरस (Coronavirus) का भारतीय 'डबल म्यूटेंट' स्ट्रेन (India's Double Mutant Strain) पाया गया है. देश के प्रमुख महामारी रोग विशेषज्ञ ने इसकी जानकारी दी है. चीन के 'रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र' (CDC) के प्रमुख महामारी रोग विशेषज्ञ वू झुनयौ (Wu Zunyou) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरे देश के कुछ शहरों में भारतीय कोविड-19 स्ट्रेन का पता लगा है. सभी लोग इससे खासा चिंतित और डरे हुए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक चीन उन 17 देशों में शामिल नहीं है, जहां Sars-CoV-2 का भारतीय स्ट्रेन मिला है. Sars-CoV-2 को B.1.617 या 'डबल म्यूटेंट' के रूप में भी जाना जाता है. WHO ने मंगलवार को कहा था कि कोविड-19 के B.1.617 वेरिएंट के करीब 1200 मामले मिले हैं. 17 देशों ने इन मामलों की जानकारी GISAID ओपन-एक्सेस डाटाबेस पर अपलोड की है. अधिकतर अपलोडिंग भारत, ब्रिटेन, अमेरिका और सिंगापुर से की गई है.
11 चीनी नागरिकों के संक्रमित होने के बाद आया बयान
वू झुनयौ का बयान लेबर डे के मौके पर आया है, जब लाखों की संख्या में चीनी लोग देशभर में यात्रा करने वाले हैं. सार्वजनिक परिवहन बुकिंग महामारी से पहले यानी कि 2019 के स्तर को पार कर गई है. हालांकि, झुनयौ ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि वे कौन से शहर हैं, जहां ये वेरिएंट मिला है. उनका बयान की टाइमिंग इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि सरकारी मीडिया ने बताया कि मालवाहक जहाज की यात्रा पूरी कर देश लौटे 11 चीनी नागरिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. ये जहाज भारत के आंध्र प्रदेश में स्थित काकिनाडा बंदरगाह पर भी रुका था.
भारतीय वेरिएंट से संक्रमित होने के दावे में दम नहीं
तटीय प्रांत झेजियांग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि प्रांत के जोशन बंदरगाह (Zhoushan port) में मालवाहक जहाज के 20 चीनी क्रू सदस्यों में 11 भारत में मिले वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं. हुयांग चाओयांग नामक ये जहाज अपनी यात्रा के दौरान आंध्र प्रदेश के काकिनाडा, बांग्लादेश के चटगांव, सिंगापुर और चीन के जियामेन में भी रुका था. जहाज के क्रू सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी तब मिली, जब जहाज को झेजियांग प्रांत के झोउशन शिन्या शिपयार्ड में मरम्मत के लिए रोका गया और क्रू सदस्यों का कोरोना टेस्ट हुआ. हालांकि, अभी तक ये पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि भारतीय वेरिएंट ही इनके संक्रमण का कारण हैं.