चीन और अमेरिका एक बार फिर से आमने-सामने, दोनों देशो ने व्यापार प्रतिबंध में दखलअंदाजी
वाशिंगटन की नीतियों में कोई मौलिक परिवर्तन करेगा या नहीं।
चीन और अमेरिका एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं, हालांकि दोनों देशों के बीच इस बार कोरोना गतिरोध ना होकर मामला व्यापार प्रतिबंध हटाने को लेकर है। चीन ने यूएस से आग्रह किया है कि वह व्यापार प्रतिबंध हटा ले और अपना हस्तक्षेप भी बंद कर दे। चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) सोमवार को अमेरिका से आह्वान किया कि वह व्यापार और लोगों से लोगों के संपर्क पर लगे प्रतिबंध को हटाए साथ ही ताइवान, हांगकांग, शिनजियांग और तिब्बत के क्षेत्रों अनुचित दखलअंदाजी ना करे।
अमेरिका-चीन संबंधों पर टिप्पणी करते विदेश मंत्री ने यूएस के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन पर दबाव डाला है कि वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपनाए गए कई टकराव निर्णय को छोड़ दें। उन्होंने बताया कि बाइडन प्रशासन पर व्यापार और प्रौद्योगिकी शिकायत का दवाब है, जो कि ट्रंप प्रशासन में साल 2017 में चीनी आयात पर शुल्क बढ़ाने और चीनी तकनीकी कंपनियों सहित शैक्षणिक एक्सचेंजों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर था। इस दौरान ट्रप द्वारा ताइवान के साथ सैन्य और राजनयिक संबंधों को भी अपग्रेड किया गया था।
इसके साथ ही चीन विदेश मंत्री ने कहा कि हम जानते हैं कि नया अमेरिकी प्रशासन अपनी विदेश नीति की समीक्षा और आकलन कर रहा है। हम आशा करते हैं कि नया प्रशानस समय के साथ तालमेल बनाए रखेंगे और स्पष्ट रूप से दुनिया की प्रवृत्ति को देखते हुए पूर्वाग्रह त्याग करके आगे बढ़ेंगे। चीनी विदेश मंत्री ने चीन और यूएस के स्वस्थ स्थिर विकास सुनिश्चित करने के लिए करते हुए कहा कि अमेरिका को चीन की नीति को वापस लाने के लिए अनुचित संदेह को छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए। जबकि राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ नहीं किया है कि वह बीजिंग के प्रति वाशिंगटन की नीतियों में कोई मौलिक परिवर्तन करेगा या नहीं।