PDF का तोहफा देने वाले चार्ल्स जेश्की का 81 साल की उम्र में हुआ निधन
आज विभिन्न दस्तावेजों को हम जिस पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट यानी पीडीएफ के रूप में एक दूसरे को भेजते हैं,
आज विभिन्न दस्तावेजों को हम जिस पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट यानी पीडीएफ के रूप में एक दूसरे को भेजते हैं, उसके डवलपर 81 साल के चार्ल्स चक जेश्की का शुक्रवार को अमेरिका में निधन हो गया। जेश्की ने ही अडोबी कंपनी की भी स्थापना की थी, वे सेन फ्रांसिस्को में रहते थे। कंपनी से इसे तकनीकी उद्योग के लिए बड़ा नुकसान बताया।
अडोबी के सीईओ भारतीय-अमेरिकी शांतनु नारायण ने सभी कर्मचारियों को ईमेल कर कहा कि जेश्की पूरे उद्योग के लिए मार्गदर्शक और दशकों तक हीरो थे। उन्हाेंने जॉन वारनोक के साथ मिलकर जो सॉफ्टवेयर बनाये, वे आज लोगों को न केवल एकदूसरे से बेहद तरीके से संवाद करने में मदद कर रहे हैं, बल्कि सृजन को भी बढ़ावा मिल रहा है।
काम पर गर्व करने वाले फैमिली मैन
जेश्की की पत्नी 78 वर्षीय नैंसी नान जेश्की ने कहा कि वे अपने काम पर गर्व करते थे, लेकिन उनका ज्यादा ध्यान अपने परिवार पर रहता था। वे खुद को विश्व का सबसे भाग्यशाली व्यक्ति मानते थे।
कार्निगी मेलन विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट कर चुके जेश्की ने शुरू में जेरॉक्स कंपनी शोध केंद्र के लिए काम किया। यहां उनकी मुलाकात वारनोक से हुई। 1982 में दोनों ने अडोबी की स्थापना की और मिलकर सॉफ्टवेयर विकसित किए।
एक बार तो चार दिन के लिए किडनैप भी हुए थे
खास बात है कि 1992 में उनका अपहरण भी हुआ था। दो लोग उन्हें उनके ऑफिस से बंदूक की नोक पर उठा ले गए थे और चार दिन बंधक बनाये रखा। उन्हें छुड़ाने के लिए 6.50 लाख डॉलर की फिरौती दी गई, जिसके आधार पर पुलिस अपहरणकर्ताओं तक पहुंची और उन्हें बचाया गया।
पोस्टस्क्रिप्ट से हुई शुरुआत
जेश्की की कंपनी अडोबी का पहला सॉफ्टवेयर पोस्टस्क्रिप्ट था। इसने कंप्यूटर के जरिए लिखित चीजों, तस्वीरों आदि को कागज पर प्रिंट करने में मदद की। इसने कंप्यूटर से प्रिंटिंग के क्रांतिकारी उद्योग की शुरुआत की, जो पूरे विश्व में फैल चुका है। जेश्की ने हमेशा इनोवेशन को बढ़ावा दिया, जिसकी वजह से कंपनी ने यूबिक्विटस पीडीएफ, एक्रोबैट, इलस्ट्रेटर, प्रीमियर प्रो और फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर विकसित किए।