नई दिल्ली। अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की जनता पर एक के बाद एक महंगाई (Inflation) का बम फूटता ही जा रहा है. पहले से बदहाली की जिंदगी जीने को मजबूर देश के लोगों को देश की कार्यवाहक सरकार बड़े झटके देती जा रही है. अब महज दो सप्ताह के भीतर ही शुक्रवार रात सरकार ने ऐसा फैसला ले लिया कि पूरे देश की जनता में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जी हां एक बार फिर से पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ा इजाफा किया गया है. इस ताजा बढ़ोतरी के बाद वहां पेट्रोल की कीमत अब तक के सबसे उच्चतम स्तर 330 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गई है.
पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के दाम में जहां पूर्व शहबाज शरीफ सरकार ने एक के बाद एक बढ़ोतरी करते हुए जनता पर बोझ बढ़ाया था, तो वहीं कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर की सरकार भी कुछ ऐसे ही फैसले लेते हुए लोगों को झटके पर झटका देती जा रही है. कार्यवाहक सरकार ने शुक्रवार रात को पेट्रोल और हाई-स्पीड डीजल (HSD) की कीमतें क्रमशः 26.02 रुपये और 17.34 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सरकार ने पेट्रोल की कीमतें 26.02 रुपये बढ़ाकर 331.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 17.34 रुपये बढ़ाकर 329.18 रुपये प्रति लीटर कर दी हैं.
शहबाज शरीफ का कार्यकाल खत्म होने के बाद जब से देश में कार्यवाहक सरकार ने सत्ता संभाली है, उसके बाद से पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल दोनों 20 फीसदी तक महंगे हो गए हैं. बीते 15 अगस्त 2023 के बाद से ये दूसरी बड़ी बढ़ोतरी है. एक महीने के भीतर पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल में संयुक्त वृद्धि क्रमश: 58.43 रुपये और 55.83 रुपये प्रति लीटर हो गई है. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, Petrol और High Speed Diesel की कीमतों में ताजा बढ़ोतरी का ऐलान वित्त मंत्रालय की ओर से कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर की मंजूरी के बाद किया गया है. मंत्रालय ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की मौजूदा कीमतों में संशोधन करने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद हाई स्पीड डीजल की एक्स-डिपो कीमत वर्तमान में 311.84 रुपये के बजाय 17.34 रुपये या 5.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 329.18 रुपये प्रति लीटर तय की गई है. वहीं पेट्रोल पंप पर खुदरा कीमत 330 रुपये प्रति लीटर से काफी ऊपर होगी.
यहां बता दें कि अधिकांश ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर HSD पर चलता है. इसकी कीमत में फेरबदल सीधे तौर पर पाकिस्तान में महंगाई दर (Pakistan Inflation) के आंकड़ों को प्रभावित करती है. इसका उपयोग ज्यादातर भारी परिवहन वाहनों, ट्रेनों और कृषि इंजनों में किया जाता है और इसके दाम में इजाफा होता है, तो फिर परिवहन महंगा हो जाता है और विशेष रूप से सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. पहले से ही महंगाई की मार से त्रस्त जनता पर पेट्रोल-डीजल का जो बम फूट रहा है, वो उनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. यहां बता दें कि फिलहाल, पाकिस्तान में सभी पेट्रोलियम उत्पादों पर जीएसटी शून्य है, लेकिन सरकार पेट्रोल पर 60 रुपये प्रति लीटर पेट्रोलियम डेवलपमेंट लेवी (PDL), इसके अलावा हाई स्पीड डीजल और हाई ऑक्टेन ब्लेंडिंग कंपोनेंट समेत 95RON पेट्रोल पर 50 रुपये प्रति लीटर वसूल रही है. सरकार पेट्रोल और एचएसडी पर लगभग 18-22 रुपये प्रति लीटर सीमा शुल्क भी वसूल रही है.