दोबारा संक्रमण के मामलों ने बढ़ाई चिंता, रिसर्च के मुताबिक इम्यूनिटी को लेकर हैरान करने वाला दावा

देश और दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बरकरार है. इस बीच वायरस को लेकर जैसे जैसे रिसर्च की जा रही है, वैसे वैसे चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे हैं.

Update: 2020-10-13 12:52 GMT
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| देश और दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बरकरार है. इस बीच वायरस को लेकर जैसे जैसे रिसर्च की जा रही है, वैसे वैसे चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे हैं. नए नई रिसर्च के मुताबिक जो लोग दोबारा वायरस से संक्रमित हो रहे हैं उनमें इसके लक्षण पहले की अपेक्षा और गंभीर देखने हो सकते हैं.

प्रसिद्ध विज्ञान जर्नल लेसेंट में छपी एक नई रिसर्च चौंकाने वली है. इसके मुताबिक अमेरिका में दोबारा संक्रमित होने वाले शख्स पर अध्ययन से पता चला कि एक बार कोरोना होने भविष्य में प्रतिरोधक क्षमता पैदा होने की कोई गारंटी नहीं है

अमेरिका के नावाडा राज्य में रहने वाला 25 साल का यह शख्स को 48 दिन के भीतर दूसरी बार कोरोना से संक्रमित हो गया. दूसरी बार उसके लिए बीमारी और भी ज्यादा घातक हो गयी, यहां तक कि ऑक्सीजन की कमी के चलते उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा.

सिर्फ अमेरिका में ही नहीं लेसेंट की रिसर्च में दुनिया चार और ऐसे ही मामलों का अध्ययन किया गया. इमें बेल्जियम, नीदरलैंड्स, हॉन्गकॉन्ग और इक्वाडोर शामिल हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो दोबारा संक्रमित होने के मामले दुनिया की कोरोना के खिलाफ जंग पर असर डालेंगे.

नवाडा सार्वजनिक स्वास्थ्य लैब के प्रमुख शोध कर्ता मार्क पंडोरी ने कहा, "हमें यह समझने के लिए और अधिक रिसर्च की आवश्यकता है कि SARS-CoV-2 के संपर्क में आने वाले लोगों के लिए प्रतिरक्षा कितनी लंबी हो सकती है. इसके साथ ही संक्रमण का प्रभाव कुछ मामलों में इतना गंभीर और कुछ में इतना हल्का क्यों ?''

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