नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ जमीन घोटाला को लेकर केस दर्ज किया है।
मंत्री ने किया बड़ा खुलासा
एक मंत्री ने खुलासा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर सरकार की मौजूदा रणनीति वेट एंड वॉच की है. सरकार चाहती है कि इमरान खान कोर्ट मामलों में उलझकर कमजोर हो जाएं. उनकी पार्टी के नेता भी पार्टी छोड़कर उनसे दूर जा रहे हैं. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, नाम न छापने की शर्त पर मंत्री ने कहा कि इमरान खान भ्रष्टाचार और अन्य मामलों के अलावा सेना की आलोचना करने के लिए अपने 'प्रतिद्वंद्वियों' पर हमला करते थे. इमरान खान अब खुद आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं. उन पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को 9 मई को नागरिक और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए उकसाने का आरोप है.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने कहा कि चीजें घूमकर दोबारा वहीं लौटकर आ जाती हैं. इस बीच सरकार ने 'चिल पॉलिसी' अपनाई है और केवल यह देख रही है कि राजनीतिक और कानूनी रूप से चीजें कैसे आगे बढ़ती हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इमरान खान को तत्काल विदेश जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी क्योंकि यह मामलों का सामना करने का समय है. उन्होंने आरोप लगाया कि इमरान खान ने अपने विरोधियों के खिलाफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) और अन्य जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया. वह उन पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते रहे और दूसरों को चोर, लुटेरे और देशद्रोही करार देकर राजनीतिक क्षेत्र में जहर घोलते रहे. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आगे कहा कि विडम्बना देखिए, इमरान खान अब उन्हीं आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं, जो वह दूसरों के खिलाफ करते थे. मुझे लगता है कि यह कर्म है.