ब्रिटिश वैज्ञानिक ने किया दावा, मिल गया सोलर सिस्टम का 9वां ग्रह, पढ़ें पूरी खबर
ब्रिटेन के एक वैज्ञानिक ने सोलर सिस्टम के 9वें ग्रह की खोज करने का दावा किया है
ब्रिटेन के एक वैज्ञानिक ने सोलर सिस्टम के 9वें ग्रह की खोज करने का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि चार दशक पहले के आंकड़े सोलर सिस्टम में नौवें ग्रह की मौजूदगी का सबूत दे रहे हैं (Planet Nine Exist). उनके इस दावे के बाद से वैज्ञानिकों के बीच इस ग्रह को लेकर चर्चा तेज हो गई है. हालांकि किसी भी प्रमुख वैज्ञानिक संगठन या फिर अंतरिक्ष एजेंसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है.इंपीरियल कॉलेज लंदन में एस्ट्रोफिजिक्स के प्रोफेसर माइकल रोवन रॉबिन्सन ने 38 साल पुराने डाटा के आधार पर नौवें ग्रह यानी 'प्लेनेट 9' के अस्तित्व का दावा किया है. डाटा इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमिकल सैटेलाइट (IRAS) रीडिंग से लिया गया है. रॉबिन्सन भी इस परियोजना में शामिल थे. उनके दावे का यह मतलब नहीं है कि ग्रह का पता लगा लिया गया है, लेकिन इसमें उस क्षेत्र का संकेत दिया जा सकता है, जहां इसके पाए जाने की सबसे अधिक संभावना है.नौवें ग्रह को लेकर साल 2015 से चर्चा तेज हो गई है. कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट फॉर टेक्नोलॉजी (कैलटेक) के दो खगोलविदों ने तब दावा किया था कि नेपच्यून के आकार का एक ग्रह प्लूटो से बहुत दूर एक लंबे रास्ते पर सूर्य की परिक्रमा करता है. हालांकि इसकी मौजूदगी को लेकर कोई सटीक पुष्टि नहीं हुई थी (Planet Nine Latest News). अब रोवन रॉबिन्सन का ये अध्ययन arXiv में प्रकाशित हुआ है.वैज्ञानिकों की टीम ने अपने निष्कर्षों को मॉडलिंग और कंप्यूटर सिमुलेशन पर आधारित बताया है. वैज्ञानिकों ने इसके लिए कोई ऑब्जर्वेशन नहीं किया है. मतलब ये कि नौवें ग्रह की उपस्थिति मात्र एक कल्पना है. इन गणनाओं के अनुसार, इस ग्रह का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 10 गुना हो सकता है (Planet Nine in Our Solar System). यह नेपच्यून की तुलना में सूर्य से लगभग 20 गुना दूर परिक्रमा कर रहा होगा. रॉबिन्सन ने इसपर आगे भी जांच जारी रखने की बात कही है. वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट से खोजी गईं 25,000 वस्तुओं को देखा था (Planet Nine Evidence). फिर तीन वस्तुओं पर फोकस किया, इनमें से एक उन्हें नौवां ग्रह लगा. रॉबिन्सन का कहना है कि यह ग्रह गैलेक्सी के गैलेक्टिक प्लेन में एक अजीब जगह पर मौजूद है. लेकिन उन्हें ऐसा शक है कि यह फिलामेंट्री बादलों के शोर का परिणाम हो सकता है, जो इन्फ्रारेड वेवलेंथ पर चमकते हैं.