ब्रिटिश बायोटेक फर्म ने किया तैयार, कोरोना और फ्लू दोनों का एक साथ खात्मा करेगी ये दवा
कोरोना और फ्लू दोनों का एक साथ खात्मा करेगी ये दवा
दुनियाभर में कोरोनावायरस (Coronavirus) के केस में बढ़ोतरी हो रही है. इसके अलावा, फ्लू के केस में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं, ब्रिटेन (Britain) में वैज्ञानिकों को मानना है कि उन्होंने एक ऐसी गोली को तैयार किया है, जो कोविड (Covid) और फ्लू (Flu) दोनों से निपट सकती है. उन्होंने नए ट्रायल के नतीजों के आधार पर इस ओर इशारा किया है. ब्रिटेन के वेस्ट ससेक्स स्थित बायोटेक फर्म iosBio ने खुलासा किया कि उनकी नई कैप्सूल दवा ने इस महीने के शुरुआती ट्रायल में बेहतर परिणाम दिखाए हैं. इस दवा को 'फ्लूविड' (Fluvid) नाम दिया गया है.
एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस गोली को पोस्ट के जरिए लोगों को घरों पर भेजा जा सकता है. इस दवा का इंसानों पर ट्रायल इस साल के आखिर में शुरू होने वाला है. अगर ये सफल होता है तो इस दवा के जरिए सर्दियों में वायरस के खिलाफ सुरक्षा कवच तैयार किया जा सकता है. iosBio के कार्यकारी अध्यक्ष वेन चैनन ने कहा, 'ऐसा लगता है कि हमें आने वाले कुछ सालों के लिए बूस्टर वैक्सीनेशन की जरूरत होगी और हम हर साल फ्लू वैक्सीनेशन करते हैं.' उन्होंने कहा, ऐसे में हमारे पास कोरोना और फ्लू से लड़ने के लिए एक गोली और कैप्सूल हो सकती है. जानवरों पर हुए ट्रायल में हमें अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं.
कमरे के तापमान में स्टोर की जा सकती है दवा
कंपनी का कहना है कि उसका इरादा मेडिकल वर्कर्स और मरीजों पर से वैक्सीनेशन की लाइन में लगने वाले दबाव को कम करने का है. इस दवा को कमरे के तापमान पर भी रखा जा सकता है. इसके अलावा, ये एक साथ दो बीमारियों से लड़ने में सहायक भी होगी. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस दवा को विकासशील देशों में लोगों को दिया जा सकता है. चैनन ने कहा, 'जब आप कोविड के लिए हमारे पास मौजूद वितरण केंद्रों को देखते हैं, तो ये इंडस्ट्रीयल लेवल पर दिखाई देता है. वैक्सीन खरीदने से ज्यादा इसे लगाने की प्रक्रिया महंगी है. कैप्सूल के जरिए हमें बस इसके प्रोडक्शन को बढ़ाना होगा और ये पोस्ट के जरिए लोगों तक पहुंच जाएगी.'
कोरोना से लड़ने के लिए हो रहा वैक्सीनेशन
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोनावायरस (Coronavirus Vaccination) से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीनेशन के जरिए ही इस वायरस से लड़ा जा सकता है. यही वजह है कि दुनियाभर में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके अलावा, नेसल वैक्सीन की तरफ भी लोगों को ध्यान जा रहा है. 'ऑवर वर्ल्ड इन डाटा' के मुताबिक, दुनिया की 60 फीसदी के करीब आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगाई गई है. दुनियाभर में 9.8 अरब वैक्सीन डोज लगाई गई है. हर दिन औसतन 2.8 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा रही है.