ब्रिटेन के नए पीएम ऋषि सुनक कुछ मुसलमानों के लिए बड़ी समस्या हैं, यहां जानें कैसे?
जबकि कुछ ने पहले ही घोषणा कर दी है कि एक हिंदू प्रधानमंत्री मुसलमानों के लिए सही नहीं होगा.
ब्रिटिश राजनीति में ऋषि सुनक शीर्ष पर पहुंच चुके हैं. भारतीय मूल के सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर सभी को चौंका दिया है. यह ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार है कि कोई भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक 42 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बना हो. इसके साथ ही खबरें ये भी आ रही हैं कि ब्रिटेन के कुछ मुसलमानों को सुनका का प्रधानमंत्री बनना बिलकुल भी नहीं भा रहा. सुनक लीसेस्टर में गंभीर अशांति के एक महीने के भीतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं.
लीसेस्टर मामले में पूछताछ अब भी जारी
तीन लाख लोगों का शहर लीसेस्टर जो अपने अंतर-सामुदायिक सद्भाव के लिए जाना जाता है. हाल ही में इस शांत शहर में मुस्लिम-हिंदू अशांति ने दुनिया भर में लोगों का ध्यान खींचा था. सांप्रदायिक झड़पों को लेकर अभी भी कई स्वतंत्र पूछताछ जारी है.
सुनक ने इंटरव्यू में कहा था...
सुनक ने ग्रूमिंग गैंग्स पर एक इंटरव्यू भी दिया था जिसमें पाकिस्तानी युवकों का जिक्र था. इस इंटरव्यू में सुनक को एक संवेदनशील नस्ल के मुद्दे पर कार्रवाई का वादा करते हुए भी देखा गया. इसे लेकर एक मुस्लिम संगठन उनके (ऋषि सुनक) खिलाफ अभियान चला रहा है. मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स कमेटी (MPACUK) ने 24 से 26 अक्टूबर के बीच कई ट्वीट पोस्ट किए - सभी भी सुनक की आलोचना की गई थी.
सुनक को लेकर बड़ा तबका खामोश
बता दें कि सुनक की उपलब्धि से ब्रिटेन में मुसलमानों में हड़कंप की खबरें सामने आ रही हैं. ब्रिटेन के सबसे युवा और पहले हिंदू प्रधानमंत्री को लेकर बड़ा तबका खामोश है. कई अन्य लोग उनकी नीतियों को इस्लामी दृष्टिकोण से देख रहे हैं, जबकि कुछ ने पहले ही घोषणा कर दी है कि एक हिंदू प्रधानमंत्री मुसलमानों के लिए सही नहीं होगा.