ब्रिटेन ने यूक्रेन को भेजी ब्राइमस्टोन 2 मिसाइल, रूसी टैकों का बनेगी काल, जानें ताकत
इस मिसाइल को खासतौर पर जमीनी लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
कीव: रूस और यूक्रेन युद्ध अब 10वें महीने में प्रवेश कर गया है और नाटो देश लगातार घातक हथियार और मिसाइलें यूक्रेन को भेज रहे हैं। इसी के तहत ब्रिटेन ने अब अत्याधुनिक ब्राइमस्टोन-2 मिसाइल को यूक्रेन को भेजा है। इस घातक मिसाइल में यह क्षमता है कि वह रूसी टैंकों को तबाह कर सकती है और खुद ही अपने लक्ष्य का चुनाव कर सकती है। यूक्रेन युद्ध में अब रूस की सेना यूक्रेन के बिजली संयंत्रों को निशाना बना रही है जिससे भीषण ठंड के बीच यूक्रेनी जनता के मनोबल को तोड़ा जा सके।
यूक्रेन की सरकार ने एक बयान जारी करके कहा है कि फरवरी में जंग शुरू होने के बाद रूस ने अब तक 32 हजार नागरिक लक्ष्यों को मिसाइलों और तोप के गोलों से निशाना बनाया है। उसने कहा कि केवल 3 प्रतिशत सैन्य ठिकानों पर हमला हुआ है। रूस के भीषण हमलों के बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने ऐलान किया है कि उसने यूक्रेन की सेना को ब्राइमस्टोन-2 मिसाइल दी है। ब्रिटेन ने कहा कि हमारी सैन्य मदद ने रूसी सेना की बढ़त को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
मिसाइल की मारक क्षमता 60 किमी तक
यूक्रेन इन मिसाइलों से रूस के टैंकों और अन्य हथियारों को निशाना बना रहा है। ब्रिटेन के इन मिसाइलों को भेजने की तस्वीरें पिछले दिनों सोशल मीडिया में वायरल हो गई थीं। इससे पहले ब्रिटेन ब्राइमस्टोन 1 मिसाइल को भेजा था। यूक्रेन की सेना दुश्मन के लक्ष्यों को तबाह करने के लिए मिसाइलों और लॉन्चर्स की तैनाती कर रही है। ब्रिटेन की इस ब्राइमस्टोन-2 मिसाइल में अत्याधुनिक एयरफ्रेम और अपडेटेट साफ्टवेयर लगाया गया है। यह मिसाइल एक एयरक्राफ्ट से अगर दागी जाती है तो उसकी मारक क्षमता करीब 60 किमी तक रहती है।
ब्राइमस्टोन और अन्य मिसाइलें रूसी सेना के किसी भी आक्रामक अभियान को करारा जवाब दे सकती हैं। यह लेजर की मदद से या फिर पहले से निर्धारित लक्ष्य को तबाह कर सकती है। इसमें एक रेडॉर लगा होता है जो लक्ष्य की पहचान करने में मदद करता है। यह रेडॉर मिसाइल को युद्धक्षेत्र को स्कैन करने की सुविधा देता है। साथ ही यह सटीक लक्ष्य को पहचान करने और उसे तबाह करने में मदद देता है। इस मिसाइल को खासतौर पर जमीनी लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।