खूंखार डॉग अमेर‍िकन बुली पर ‎ब्रिटेन ने की बैन लगाने की मांग

Update: 2023-06-08 12:30 GMT
 
लंदन। ब्रिटेन में कुत्‍तों की प्रमुख नस्‍ल अमेर‍िकन बुली पर बैन लगाने की मांग की है। गौरतलब है ‎कि ‎ब्रिटेन में अमेर‍िकन बुली तेजी से उभर कर सामने आया है। अमे‍र‍िकन बुली को अमे‍र‍िकन बुलडॉग का मॉडर्न वेर‍िएंट माना गया है। ‎ब्रिटेन में लोग इसकी तरफ ज्‍यादा आकर्ष‍ित भी हुए हैं। लेक‍िन प‍िछले कुछ समय में इसको लेकर घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं। साल 2021 में ‎ब्रिटेन में इससे होने वाली घटनाओं को र‍िकॉर्ड क‍िया है, जो बताती हैं यह नस्ल बेहद आक्रामक है। 2021 में कथित तौर पर लोगों पर घातक हमले करने के 9 मामले सामने आए ज‍िसमें 3 बच्‍चे भी थे। इतना ही नहीं 2021 के बाद ब्रिटेन में कुत्‍तों से संबंध‍ित सभी मौतों में से आधे के ल‍िए अमे‍र‍िकन बुली ज‍िम्‍मेदार माना गया है। अब ‎ब्रिटेन इस नस्‍ल के कुत्‍तों पर बैन लगाने की तैयारी में है। अमेरिकन बुली से पहले यूके में पिट बुल टेरियर, जापानी टोसा, डोगो अर्जेंटीनो और फिला ब्रासीलेरो आद‍ि कुत्‍तों की नस्‍ल प्रतिबंधित हैं। आमतौर पर ‎ब्रिटेन में अमेर‍िकन बुली के आक्रामक होने और हमले की घटनाएं तेजी से सामने आ रही हैं। ब्रिटेन के प्रमुख कुत्ता संघों द्वारा भी आधिकारिक तौर पर अमेर‍िकन बुली को मान्यता नहीं दी गई है। खबरों में भी अक्‍सर इन कुत्‍तों के आक्रामक होने और उसका श‍िकार बनने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। इससे यहां पर अमेरिकन बुली की मौजूदगी भी ज्‍यादा नजर आ रही है।
जानकारी के मुताब‍िक अमेरिकन बुली अमेरिकन बुलडॉग का एक मॉडर्न वेर‍िएंट माना जाता है। आमतौर पर इसको 4 अलग-अलग नस्‍लों में देखा गया है ज‍िनमें मानक, पॉकेट, क्लासिक और एक्स्ट्रा लार्ज। लेक‍िन डील डौल और आकार में यह अलग-अलग हैं। इनकी ऊंचाई 50 सेमी (20 इंच) से अधिक होती है, जो एक्सएल श्रेणी में आती है। यूनाइटेड किंगडम में आक्रामक कुत्तों के कारण घटनाएं बढ़ने के बाद अब इस पर प्रत‍िबंध लगाने पर भी व‍िचार व‍िमर्श क‍िया जा रहा है। इससे पहले भी ‎ब्रिटेन में कुत्‍तों की कई नस्‍लों को पालने पर प्रत‍िबंध लगाया गया है। इसके पीछे बड़ी वजह यह है क‍ि साल दर साल इनके हमलों की संख्‍या में इजाफा र‍िकॉर्ड क‍िया जा रहा है। अमेरिकन बुली पर प्रत‍िबंध लगाने से पहले यूके में पिट बुल टेरियर, जापानी टोसा, डोगो अर्जेंटीनो और फिला ब्रासीलेरो आद‍ि कुत्तों की नस्लों पर पहले से प्रतिबंध लगाया हुआ है।
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