बूस्टर खुराक का आंकड़ा साबित हो सकता है शुभ, ओमिक्रॉन की दहशत के बीच खुश खबरी
सुविधाओं से जुड़े लोगों के अलावा किसी को भी बाहर बेवजह घूमने की इजाजत नहीं होगी.
कोविड-19 के खौफ से अब तक लोग जूझ ही रहे थे कि कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने अपनी दस्तक से लोगों में डर का भाव और बढ़ा दिया है. लेकिन ऐसे में मॉडर्ना से एक गुड न्यूज का पता चला है.
क्या कहा मॉडर्ना ने?
मॉडर्ना ने सोमवार को कहा कि उसके कोविड-19 की बूस्टर डोज कोरोना वायरस के तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान करेगी. मॉडर्ना ने कहा कि प्रयोगशाला परीक्षणों(Lab Tests) से पता चला है कि बूस्टर की आधी खुराक से ओमिक्रॉन से लड़ने में सक्षम तथाकथित तटस्थ(neutral) एंटीबॉडी के स्तर में 37 गुना वृद्धि हो गई. मॉडर्ना का कहना है कि बूस्टर की पूरी डोज का असर और भी ज्यादा था, जिससे एंटीबॉडी के स्तर में 83 गुना वृद्धि हो गई.
प्रेस रिलीज में की डेटा की घोषणा
मॉडर्ना ने एक प्रेस रिलीज में प्रारंभिक प्रयोगशाला(preliminary laboratory) डेटा की घोषणा की. हालांकि, इसकी अभी तक वैज्ञानिक जांच पड़ताल नहीं हुई है. लेकिन मॉडर्ना के हिसाब से बूस्टर खुराक का प्रारंभिक आंकड़ा ओमिक्रॉन पर अच्छे परिणाम दिखाने में कारगर साबित होगा.
भारत में ओमिक्रॉन ने पकड़ी रफ्तार
आपको बता दें, भारत में भी ओमिक्रॉन का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. गुजरात सरकार ने फेस्टिव सीजन को देखते हुए सोमवार रात से नाइट कर्फ्यू बढ़ाने का ऐलान किया है. राज्य के 8 शहरों में यह पाबंदियां अगले 31 दिसंबर तक लागू रहेंगी. सरकार की ओर से क्रिसमस और न्यू ईयर को देखते हुए गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है. इसमें बताया गया है कि किन लोगों को कर्फ्यू के दौरान आने-जाने की इजाजत होगी.
गुजरात के किन शहरों में कर्फ्यू
गुजरात के जिन 8 शहरों में कर्फ्यू लगा है उनमें अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, गांधी नगर, वडोदरा, भावनगर, जामनगर, जूनागढ़ शामिल हैं. गुजरात सरकार के मुताबिक नाइट कर्फ्यू रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा और इस दौरान जरूरी सुविधाओं से जुड़े लोगों के अलावा किसी को भी बाहर बेवजह घूमने की इजाजत नहीं होगी.