यूरोप के माउंट एटना में धधकता ज्वालामुखी, 325 फुट तक उठा लावा
यूरोपीय देश सिसली में स्थित माउंट एटना ज्वालामुखी एकबार फिर से धधक उठा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : यूरोपीय देश सिसली में स्थित माउंट एटना ज्वालामुखी एकबार फिर से धधक उठा है। ज्वालामुखी में रविवार की रात को भीषण विस्फोट से 325 फुट की ऊंचाई तक हवा में लावा उठा। माउंट एटना ज्वालामुखी में सबसे पहले दक्षिणी-पूर्वी गड्ढे में रात करीब साढ़े नौ बजे के करीब विस्फोट हुआ। ज्वालामुखी में विस्फोट सोमवार की सुबह तक चलता रहा। ज्वालामुखी में विस्फोट की वजह से तीन मील के इलाके में राख फैल गया। ज्वालामुखी की राख से सिसली के पेडारा और ट्रेमेस्टिइरी इटनिओ गांवों के बीच इलाका राख से ढंक गया। आइए देखते हैं माउंट एटना की कुछ अद्भुत तस्वीरें...
ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद आया भूकंप
माउंट एटना यूरोप का सबसे सक्रिय और सबसे बड़ा ज्वालामुखी है। इस ज्वालामुखी से हर साल इतना ज्यादा लावा निकलता है कि 108 मंजिला इमारत को इससे भरा जा सकता है। सैटलाइट इमेज से खुलासा हुआ है कि ज्वालामुखी के दक्षिणी-पूर्वी गड्ढे में सबसे पहले विस्फोट हुआ। इससे करीब 325 फुट तक लावा उठा। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस विस्फोट में ज्वालामुखी का दक्षिणी-पूर्वी कोना टूट गया। इससे ज्वालामुखी से निकल रहा लावा दो तरफ बह गया। इस विस्फोट से पहले रिक्टर पैमाने पर 2.7 की तीव्रता वाला भूकंप महसूस किया गया। ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद रविवार सुबह से लेकर अब तक 17 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
माउंट एटना ज्वालामुखी 11 हजार फुट ऊंचा
ज्वालामुखी के क्रेटर में रात करीब 3 बजे तेजी के साथ हो रहा विस्फोट काफी कम हो गया। सोमवार सुबह गांवों में तैनात कर्मचारियों ने हर तरफ बिखरी राख को साफ किया। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्वालामुखी में यह विस्फोट मध्यम दर्जे का है जिसमें लगातार विस्फोट होता रहेगा। इससे बेहद चमकीला अंगारा, चट्टानें और लावा निकलता रहेगा। ज्वालामुखी में सबसे भीषण विस्फोट को प्लीनीई सक्रियता कहा जाता है। इस दौरान बहुत तेजी से गैस और लावा निकलते हैं। माउंट एटना ज्वालामुखी में सन 79 में भीषण विस्फोट हुआ था जिसमें पोंपई और हरकुलेनियम शहर राख के नीचे दब गए थे। माउंट एटना ज्वालामुखी 11 हजार फुट ऊंचा और 24 मील चौड़ा है।
दुनिया का दूसरा सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है माउंट एटना
माउंट एटना ज्वालामुखी 7 लाख साल पुराना है और दुनिया का दूसरा सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है। पृथ्वी पर सबसे सक्रिय ज्वालामुखी हवाई का Mount Kilauea है। माउंट एटना ज्वालामुखी अफ्रीकी और यूरोशियाई टैक्टोनिक प्लेटों के बीच स्थित है और इसमें लगातार विस्फोट होता रहता है। हर साल करोड़ों टन लावा और 70 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड, पानी और सल्फर डाई ऑक्साइड माउंट एटना ज्वालामुखी से निकलता है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2017 के मार्च महीने में हुए विस्फोट के बाद यह सबसे बड़ा विस्फोट हुआ है। वर्ष 2017 में हुए विस्फोट में कई लोग घायल हो गए थे। माउंट एटना ज्वालामुखी में 1500 ईसापूर्व में भी विस्फोट को रेकॉर्ड किया गया था। वर्ष 1169 में माउंट एटना में भीषण विस्फोट और भूकंप आया था जिसमें कम से कम 15 हजार लोग मारे गए थे।