इराक में इजरायल के खिलाफ विधेयक पारित हुआ, दोनों देशों के बीच किसी भी तरह का रिश्ता माना जाएगा अपराध
जहां कुर्दों का नियंत्रण है. इन मिसाइल हमलों में तेल कंपनी केएआर ग्रुप के सीईओ बाज करीम का घर भी क्षतिग्रस्त हुआ था.
इराकी सांसदों ने बृहस्पतिवार को एक विधेयक पारित किया है, जिसमें इजरायल (Israel) के साथ व्यापारिक संबंधों सहित किसी भी संबंध को सामान्य बनाने को अपराध घोषित किया गया है. इसके अनुसार कानून का उल्लंघन करने पर मौत की सजा या आजीवन कारावास का प्रावधान है. इराक के 329 सदस्यीय सदन (Iraq Parliament) में 275 सांसदों ने इसके पक्ष में मतदान करके कानून को मंजूरी दी है. संसद के एक बयान में कहा गया है कि कानून लोगों की इच्छा का सही प्रतिबिंब है. प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने इराकियों से इस महान उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतरने का आह्वान किया है.
इसके बाद सैकड़ों लोग मध्य बगदाद में इकट्ठा हुए और इजरायल विरोधी नारे लगाए. मुक्तदा अल-सदर की पार्टी ने पिछले साल इराक के संसदीय चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती थीं. यह स्पष्ट नहीं है कि कानून को कैसे लागू किया जाएगा क्योंकि इराक ने इजरायल को अभी तक मान्यता नहीं दी है, दोनों देशों के बीच कोई राजनयिक संबंध नहीं हैं. इराक ने कभी भी इजरायल को मान्यता नहीं दी है और इराकी नागरिक और कंपनियां भी इजरायल नहीं जा सकतीं. इन दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध भी नहीं हैं. हालांकि इस नए विधेयक से उन कंपनियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं, जो इराक में काम कर रही हैं.
सभी पर लागू होगा नया कानून
इराक की समाचार एजेंसी आईएनए के अनुसार, ये कानून इराक के सभी नागरिकों, सरकारी और स्वतंत्र संस्थानों और देश में रहने वाले विदेशियों पर भी लागू होगा. ये कानून प्रभावशाली धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने पेश किया था. जो अमेरिका और इजरायल के साथ करीबी रिश्तों का विरोध करते हैं. बीते साल अक्टूबर महीने में हुए चुनाव में उनकी पार्टी ने और अधिक सीट जीती थीं. धर्मगुरु ने इस विधेयक के पारित होने को 'बड़ी उपलब्धि' बताते हुए इराकियों से सड़कों पर उतरकर जश्न मनाने को कहा है.
विधेयक के पारित होने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग मध्य बगदाद में एकत्रित हुए और इजरायल के खिलाफ नारे लगाए. लोग अल-सदर के ट्वीट के बाद यहां तहरीर स्क्वायर पर आए थे. अल-सदर की पार्टी के सांसदों ने कहा है कि इन्होंने कानून को इसलिए पेश किया है, ताकि ईरान समर्थित प्रतिद्विंदी पार्टियों के दावों पर रोक लग सके. इससे पहले बीते साल इरान ने इरबिल के उत्तर में दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं. ये जगह इराक के उत्तर में स्थित है, जहां कुर्दों का नियंत्रण है. इन मिसाइल हमलों में तेल कंपनी केएआर ग्रुप के सीईओ बाज करीम का घर भी क्षतिग्रस्त हुआ था.