रूसी विदेश मंत्री का बड़ा बयान: 'रूस ने कभी युद्ध नहीं चाहा, अमेरिका यूक्रेन नहीं भेजेगा सेना'

Update: 2022-03-11 06:00 GMT

रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 16वां दिन है। रूसी सेना कीव के और करीब पहुंच गई है। उधर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को रूसी के उस दावे पर बात होगी जिसमें रूस ने कहा है कि यूक्रेन की जमीन पर अमेरिकी सेना की जैविक गतिविधिया देखी गई हैं। रूस ने हर दिन सुबह 10 बजे अपनी ओर से मानवीय गलियारा बनाने की बात कही है, जिससे युद्ध में फंसे नागरिकों को निकाला जा सके या उन्हें मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके। उधर, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि यह समय युद्ध प्रभावितों को समर्थन देने और उनके प्रति एकजुटता दिखाने का है। वहीं यूक्रेन के शिक्षा मंत्री ने दावा किया है कि रूस ने उनके देश में 280 स्कूल-कॉलेज तबाह कर दिए हैं।

इस बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का एक बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि रूस ने कभी युद्ध नहीं चाहा, यहां तक कि उन्होंने अभी चल रहे युद्ध को खत्म करने की मांग की। यूक्रेन और टर्की के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक के बाद लावरोव ने कहा कि वे कीव की सुरक्षा गारंटी पर बातचीत को तैयार हैं। उन्हों‌ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की के बीच बैठक की संभावना से भी इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि न्यूक्लियर युद्ध शुरू होगा।

रूस ने यूक्रेन के चार बड़े शहरों को घेर लिया है और राजधानी कीव की सीमा के करीब तक पहुंच चुकी है। ताबड़तोड़ रूसी हमलों के बावजूद पूरब में खार्किव अभी यूक्रेन के पास है। वहीं उत्तर पूर्व में सूमी रूसी सैनिकों के घेरे में है लेकिन मानवीय कारिडोर के जरिए यहां से हजारों लोग सुरक्षित निकलने में कामयाब रहे। इसके अलावा राजधानी कीव भी अभी यूक्रेन के पास है। कीव पर रूस की पैनी नजर है और शहर की सीमा पर चारों ओर से रूसी सैनिकों के वाहन देखे जा सकते हैं। पिछले दो दिनों में यूक्रेन के सुमी और कीव से 80 हजार लोगों को निकाल गया।

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